9 जिले घटने के बाद फिर बदला राजस्थान का नक्शा:18 महीने में दूसरी बार भूगोल चेंज; गहलोत ने बनाए थे 17 नए जिले

राजस्थान का नक्शा एक बार फिर बदल गया है। भाजपा सरकार ने 9 जिलों को खत्म कर दिया है। ऐसे में पिछले डेढ़ साल में राजस्थान का भूगोल दूसरी बार बदल गया है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने 17 नए जिलों की घोषणा की थी। इससे 33 जिलों का राजस्थान 7 अगस्त 2023 को 50 जिलों वाला प्रदेश बन गया था। भजनलाल सरकार ने शनिवार 28 दिसंबर को 9 जिले खत्म कर दिए हैं। अब प्रदेश में 41 जिले रहेंगे। इसी तरह संभाग में भी अंतर आया है। पहले राजस्थान में 7 संभाग थे। गहलोत सरकार ने इसे बढ़ाकर 10 किया था। अब सरकार ने पाली, सीकर और बांसवाड़ा संभाग को भी खत्म कर दिया है। अब फिर से राजस्थान में 7 ही संभाग रह गए है। ….. राजस्थान में 9 जिलों खत्म से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए…. 1. कांग्रेस के बनाए 17 जिलों में 9 ही क्यों हटाए:भाजपा के गढ़ को नहीं छेड़ा, कांग्रेस के गढ़ से संभाग भी छीना, सबसे बड़ा फैसला या सबसे बड़ी चुनौती? राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग कम होने से सिर्फ प्रदेश का भूगोल ही नहीं बदला, बल्कि कई परसेप्शन भी बदल गए। कड़ाके की ठंड में सियासी तूफान का असर राज्य की राजनीति में लंबे समय तक देखने को मिलेगा। यह भजनलाल सरकार का अब तक का सबसे बड़ा फैसला है। पूरी खबर पढ़िए… 2. बीजेपी-कांग्रेस के 3-3 विधायक नहीं बचा पाए जिले:डिप्टी सीएम से ज्यादा भारी पड़े महंत बालकनाथ, अब 3 नए निगमों पर गाज की तैयारी पिछली कांग्रेस सरकार में बने 17 नए जिलों में 9 जिलों और तीनों नए संभागों को भजनलाल सरकार ने शनिवार को रद्द कर दिया। लेकिन 8 नए जिलों को यथावत रखा। कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने इसके पीछे केवल यह तर्क दिया है कि राष्ट्रीय मापदंडों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। पूरी खबर पढ़िए…