6 दिन में बैंक अकाउंट से 38.80 लाख रुपए निकले:फर्जी बैंककर्मी ने पीडीएफ भेजकर बॉयोडाटा चैक करने का कहा था, पुलिस जांच में जुटी

दौसा के खुरी कलां निवासी एक जने के साथ करीब 39 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस सम्बन्ध में पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि 22 नवंबर को उसके मोबाइल पर कॉल आया कि मैं बैंक से निशांत कुमार बोल रहा हूं। आपके बैंक अकाउंट की साम्ट डिजिट 1840 है, जो कि आपके बॉयोडाटा में अपडेट करना है। इसके बाद पीडित ने दौसा एक्सिस बैंक ब्रांच में राजेश कुमार को फोन कर जानकारी ली कि एक्सिस बैंक से कोई निशांत कुमार नाम का फोन आ रहा है जो कि बिहारी टाइप बोलता है। क्या ये बैंक का कर्मचारी है, इस पर राजेश कुमार ने सही होना बताया। इस पर पीडित को भरोसा हो गया कि कोई बैंक का कर्मचारी ही कॉल कर रहा है। इसके कुछ देर बाद उसे वॉट्सऐप कॉल आया और कहा कि मैं आपको एक पीडीएफ भेज रहा हूं। जिसको खोलकर आपका बॉयोडाटा चैक कर लेना और फिर फोन काट दिया। फिर मैंने पीडीएफ पर क्लिक किया तो वह नहीं खुला। थोडी देर बाद फिर फोन आया कि मैं आपको पीडीएफ भेजा हूं वह खुल गया क्या। पीडित ने जवाब दिया कि नहीं खुला और कॉल कट कर दिया और ऐसा कई बार हुआ। पीडित ने फोन कट होने के बाद बैंक खाते का बैलेंस चेक किया तो बैलेंस सेम था। रिपोर्ट में बताया कि 10 दिसंबर को उसके पास किसी परिचित ने 50 हजार रूपए भेजे थे, जिनका मैसेज नहीं आने पर बैंक पहुंचकर सम्पर्क किया तो पता चला कि उनके अकाउंट से 22 नवंबर से 27 नवंबर के बीच में 38 लाख 80 हजार 112 रूपये निकल गये। इस दौरान उसके फोन पर ट्रांजैक्शन का कोई टेस्ट मैसेज या फोन बैंक से नहीं आया। जबकि इतना बडा ट्रांजैक्शन सिर्फ 6 दिन में हुआ। उसने बताया कि बैंक में खाता खुलवाने से लेकर अभी तक कोई भी नेटबैंकिंग, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग आदि कोई भी ऑनलाइन सुविधा नहीं ले रखी थी और ना ही कभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया। केवल चैक बुक के द्वारा ही भुगतान लिया जाता था। पीडित की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।