25 हजार का डिनर, कमरा 14 लाख का:297 साल पुराने महल में सोने का बिस्तर, न्यू ईयर पर राजस्थान के 90% होटल बुक

एक होटल रूम का एक रात का किराया करीब 15 लाख रुपए। वजह… इसमें लगा है सोने का बेड, खाने के लिए थाली भी सोने की। इतना ही नहीं बाथरूम में नल भी सोने-चांदी के। दूसरा होटल, जिसमें डिनर करना है तो इसके लिए आपको 25 हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। नया साल दस्तक देने वाला है। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए राजस्थान शानदार डेस्टिनेशन बन चुका है। स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए प्रदेश के प्रमुख शहरों में क्या खास तैयारी की गई है… सुविधाएं : वेलकम ड्रिंक, कॉन्टिनेंटल ब्रेकफास्ट, स्विमिंग पूल, जिम और फ्रूट बास्केट खासियत : राज पैलेस का यह सुइट चार फ्लोर पर फैला हुआ है। सोने के लिए गोल्ड (सोना) के बेड। यहां तक बाथरूम में नल भी सोने का। मेहमानों को खाना खास सोने-चांदी के बने बर्तनों में सर्व किया जाता है। इसी के साथ यहां हर मंजिल पर अलग बगीचा है। यह पैलेस 1727 में बना था। तब इसे ‘चौमूं हवेली’ के नाम से जाना जाता था। 1996 में इसे लग्जरी होटल के रूप में बदल दिया गया। राज पैलेस की दीवारों पर गोल्ड वर्क इसके इंटीरियर को खास बनाता है। यहां कम से कम किराए वाला रूम भी 55 हजार रुपए का है। खासियत : यह महल सालों पहले होटल में तब्दील हो चुका है। होटल के लग्जरी सुइट में नए साल पर एक रात रुकने का टैरिफ करीब साढ़े 14 लाख रुपए है। ये देश के सबसे महंगे होटल्स की लिस्ट में शुमार है। वीक नाइट्स पर कमरों की एवरेज कीमत 107,052 रुपए से शुरू हो जाती है और वीकेंड नाइट्स पर ये और भी ज्यादा बढ़ जाती है। साल 1835 में बने इस होटल को ‘जयपुर का गहना’ के नाम से जाना जाता है। रामबाग पैलेस ने अपनी भव्यता को खूबसूरती से बरकरार रखा है। हाथ से नक्काशीदार संगमरमर की जाली, बलुआ पत्थर के छज्जे और हरे-भरे मुगल गार्डन को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है। यहां कम से कम किराए वाला रूम भी 1 लाख 50 हजार रुपए का है। सबसे महंगा गाला डिनर : न्यू ईयर ईव पर लग्जरी डिनर का प्लान बना रहे हैं तो रामबाग पैलेस बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। रामबाग होटल के रिजर्वेशन इंचार्ज अनमोल ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी लविश बुफे सेटअप लगाया गया है। गेस्ट कन्टेंपरेरी खाने के लाजवाब जायके का लुत्फ उठा पाएंगे। यहां गाला डिनर का मजा लेने के लिए 25000 रुपए रेट फिक्स है। खासियत : जैसलमेर-जोधपुर मार्ग पर स्थित होटल सुजान ग्रुप का द सराय का टेन्ट सबसे महंगे कैंपिंग टेंट में शुमार है। रॉयल टेंट में ठहरकर टूरिस्ट कालबेलिया और घूमर जैसे राजस्थानी लोक नृत्य, संगीत का आनंद ले सकते हैं। होटल की वेबसाइट के मुताबिक, नए साल पर होटल में कैंप का किराया 2 लाख से ज्यादा है। आम दिनों में भी यहां का किराया 69 हजार से लेकर 1 लाख 59 हजार रुपए तक रहता है। दूर-दूर तक फैली रेत, बीच-बीच में झाड़ियों के गुच्छे और रास्ते से गुजरते ऊंट रोमांचित कर देते हैं। यही कारण है कि न्यू ईयर का जश्न मनाने बड़ी संख्या में टूरिस्ट जैसलमेर पहुंचते हैं। यहां कम से कम किराए वाला रूम भी 70 हजार रुपए का है। खासियत : यह महल बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार किया गया है। कई जगह इस महल को बनाने के लिए लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया है। इस महल में कई दरबार हॉल, स्विमिंग पूल, पुस्तकालय (लाइब्रेरी), बिलियर्ड रूम और शानदार प्राइवेट भोजन कक्ष भी मौजूद है। एक कहानी के अनुसार, इसको बनवाने का मुख्य कारण उस वक्त लोगों को रोजगार उपलब्ध करके गरीबी से बचाना था। आज इस होटल के एक कमरे की कीमत किसी भी मध्यमवर्गीय परिवार की साल भर की कमाई के बराबर है। होटल की वेबसाइट के अनुसार, यहां पर एक रात का किराया लगभग 9 लाख तक है। उम्मेद भवन पैलेस को कई बार वर्ल्ड बेस्ट होटल का खिताब भी मिल चुका है। साल 1971 में पैलेस के कई हिस्सों को होटल में तब्दील कर दिया गया, जिसमें 70 से अधिक कमरे हैं। यहां कम से कम किराए वाला रूम भी 1 लाख रुपए का है। खासियत :18वीं सदी में बना ये होटल पहले लेक पैलेस हुआ करता था। यहां तक लकड़ी की नाव में बैठकर जाना होता है। इसे भारत का सबसे रोमांटिक होटल भी कहा जाता है। अगर आप यहां एक रात रुकना चाहते हैं, तो होटल वेबसाइट के अनुसार लग्जरी प्रेसिडेंशियल सुइट के लिए 12-14 लाख रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इस पैलेस में ऋतिक रोशन, रणवीर कपूर और हॉलीवुड एक्टर भी फिल्मों की शूटिंग कर चुके हैं। होटल में 66 कमरे और 17 सुइट हैं। इस पैलेस के इंटीरियर को उदयपुर के राजा-महाराजाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यहां कम से कम किराए वाला रूम भी 1 लाख रुपए का है। 80 से 90% होटल कमरों की हो चुकी है बुकिंग
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान के अनुसार, 20 दिसंबर से 5 जनवरी तक का समय पर्यटन के लिए पीक सीजन माना जाता है। इस दौरान 80 से 90% होटल कमरों की बुकिंग पहले ही हो चुकी है। पिछले कुछ सालों में टूरिस्ट का रूझान राजस्थान की ओर बढ़ा है। 2016 तक राजस्थान में 4.50 करोड़ पर्यटक आते थे। 2019 में पहली बार यह आंकड़ा 5 करोड़ के पार पहुंचा। 2023 में यह आंकड़ा 18 करोड़ को पार कर गया। इसके साथ ही, आने वाले समय में आईफा जैसे आयोजन भी पर्यटन व्यवसाय को और गति देने का काम करेंगे। यही वजह है कि इस बार पिछले सालों की तुलना में बेहतर कारोबार होने की संभावना है। पर्यटन विभाग ने कसी कमर
राजस्थान पर्यटन विभाग के जॉइंट डायरेक्टर दिलीप सिंह राठौड़ ने बताया कि नववर्ष पर पर्यटन अच्छा रहता है। विभाग भी पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। इसी के साथ सोशल मीडिया के जरिए भी प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा पर्यटक राजस्थान में आएं। पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई हैं। ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को राजस्थान में आकर अच्छा अनुभव हो सके। कॉरपोरेट टूरिज्म भी बढ़ा
होटल इंडस्ट्री का 50% बिजनेस सिर्फ 5 स्टार और हेरिटेज होटल से होता है, जबकि राजस्थान के कुल 17250 होटल में से इनकी संख्या महज 650 यानी (3.76%) है। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान के अनुसार, पीक सीजन में होटल की कमी महसूस होती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए राइजिंग राजस्थान के दौरान 70,000 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए हैं। इनमें 400 नए होटल और रिसॉट्‌र्स शामिल हैं। अगर इनमें से 200 भी फाइव स्टार होटल बनते हैं और हर होटल में 100 कमरे होते हैं, तो यह कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। होटल इंडस्ट्री से जुड़े विनीत मिश्रा ने बताया कि इस बार देसी-विदेशी पर्यटकों के साथ ही कॉरपोरेट टूरिज्म भी चरम पर है। यह भी एक कारण है कि इस साल होटल्स और टूरिज्म इंडस्ट्री में पहले की अपेक्षा बूम की उम्मीद है।