बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी का बिना नाम लिए कहा ओरण-गोचर की आड़ में जो धंधा बना रखा है। कंपनियां उनके मन माफिक उनको राजी कर दें तो कंपनियों अच्छी है। उनको खुश नहीं करें तो कंपनियां खराब है। यह विचारधारा नहीं चलेगी। एक तरफ राइजिंग राजस्थान प्रोगाम चला रही है। वहीं दूसरी तरफ कंपनियों पर अनलिगल प्रेशर डालना और फालतू परेशान करना बिल्कुल गलत है। कंपनियों को फालतू परेशान नहीं करें यह सरकार की जवाबदारी बनती है। अवैध वसूली की मंशा रखने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। आपको बता दे कि कुछ माह पहले हुए लोकसभा चुनाव में रविंद्र सिंह भाटी निर्दलीय चुनाव उम्मेदाराम बेनीवाल के खिलाफ लड़ा था। दोनों के बीच टक्कर हुई थी। बीजेपी तीसरे पर रही थी। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल शनिवार को महाबार रोड स्थित प्राइवेट मैरिज मार्डन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा- बीजेपी सरकार ने जनता की भावना के खिलाफ निर्णय लिया है। जिले जो बने थे वो सही बने थे। जिलों को निरस्त करना लोगों को निराशा करने वाली बात है। जिलों के साथ संभाग को निरस्त किया यह राजस्थान की जनता को निराश करने का फैसला था। इसका हम विरोध करते है। सांसद ने मुख्य सचेतक के बयान पर बोलते हुए कहा कि आरोप-प्रत्यारोप लगाना पाटियों का काम रहता है। बीजेपी की विचारधारा यही रही है कि आरोप लगाए जाए। कांग्रेस सरकार ने अच्छे काम किए थे। उनकी बुराई करना उनका हमेशा काम रहा है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने जो निर्णय लिए थे। वो समझ कर लिए थे और जनता के हित में लिए थे। सोलर कंपनियों के खिलाफ चल रहे धरने के सवाल पर सांसद ने कहा कि जो जाइज मांगे है लोगों की वो कंपनियों को माननी चाहिए। ओरण गोचर का मामला है जो वास्तव में ओरण गोचर की जमीन है उसकी रक्षा होनी चाहिए। बाकी उनकी आड़ के अंदर जो धंधा बना रखा है। कंपनियों उनके मन माफिक उनको राजी कर दें तो कंपनियां अच्छी है। उनको खुश नहीं कर पाए तो कंपनियां खराब है। यह विचारधारा नहीं चलेगी। एक तरफ राइजिंग राजस्थान प्रोग्राम चला रही है। इंनवेस्टरों काे इनवाइट कर रही है। हमारे यहां आओ और इनवेस्ट करों। अपना काम धंधा फैलाओ, राजस्थान का डवलपमेंट करों। दूसरी तरफ उन कंपनियों के ऊपर अनलीगल प्रेशर डालना और फालतू परेशान करना बिल्कुल गलत है। कंपनियों को फालतू परेशान नहीं करें यह सरकार की जवाबदारी बनती है। सरकार को सख्ती दिखाते हुए अनलीगल रूप से वसूली की मंशा रखते हुए कंपनियों को परेशान कर रहे है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
