श्याम सुन्दर पारीक को मिली विद्यावारिधि की उपाधि

चित्तौड़गढ़ | राजकीय कन्या महाविद्यालय के सहायक आचार्य श्याम सुन्दर पारीक को वनस्थली विद्यापीठ ने डॉक्ट्रेट उपाधि दी। प्राचार्य डॉ गौतम कुमार कूकड़ा ने बताया कि तीन विषयों में स्नातकोत्तर डॉ. पारीक ने निम्बार्क सम्प्रदाय प्रदत्त द्वैताद्वैत सिद्धान्त का अनुशीलनात्मक अध्ययन विषय पर अपना शोध प्रबन्ध डॉ भेषराज शर्मा के निर्देशन में पूरा किया। डॉ पारीक का अब तक 6 बार सरकारी नौकरी में चयन हो चुका है। डॉ. पारीक यूजीसी नेट परीक्षा में दो विषयों से नेट जेआरएफ अवार्ड हैं। जिसमें से एक विषय में तो इनका परसेंटाइल स्कोर 99.95 है। राजकीय कन्या महाविद्यालय में सहायक आचार्य संंस्कृत के पद पर कार्यरत डॉ पारीक को विज्ञान भारती नई दिल्ली द्वारा आर्यभट्ट सम्मान आदि मिल चुके हैं। कन्या महाविद्यालय में 170 से अधिक छात्राओं ने सामान्य संस्कृत में संभाषण के साथ सस्वर संस्कृत श्लोक, प्रार्थना आदि में भी दक्षता हासिल की है। आइक्यूएसी प्रभारी डॉ सी एल महावर, डॉ लोकेश जसोरिया, रेखा मेहता,डॉ ज्योति कुमारी , डॉ अंजू चौहान, जय श्री कुदाल , डॉ गोपाल लाल जाट, धीरज श्रृंगी ,शांति लाल, आकाश,अमित एवं जगदीश, गोपाल आदि ने हर्ष व्यक्त किया।