विभागीय आदेशों में बंद नहीं हो रही गड़बड़िया:दो साल पहले मौत, उस नर्सिंग अफसर की पदोन्नति के साथ पदस्थापन कर दिया

चिकित्सा विभाग में अधिकारी, कर्मचारियों के बाद से विभागीय आदेशों में भी गड़बड़िया बंद नहीं हो रही हैं। हाल में एक नर्सिंग ऑफिसर के साथ ऐसा हुआ। करीब दो साल पहले जिसकी मौत हो गई, विभाग के अधिकारियों ने उसकी पदोन्नति
कर दी। साथ ही उसका पदस्थापन भी दूसरी जगह कर दिया। जबकि, अगस्त 2023 में नर्सिंग ऑफिसर का राज्य सेवा से विलोपन भी
हो चुका। दरअसल, महात्मा गांधी अस्पताल मे कार्यरत एलीमोल केएन (58) की मृत्यु 28 जनवरी 2023 को हुई। इसके बाद राज्य सेवा से नाम विलोपित करने की फाइल विभाग के अधिकारियों ने एक बार नहीं, कई बार चलाई। एलीमोल की मृत्यु के पांच महीने बाद विभाग के अधिकारियों ने नाम संशोधन के लिए एमजीएच में पत्र लिखा। मई 2023 में दिवंगत का नाम संशोधन भी हो गया। दूसरी ओर, निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा विभाग ने नाम संशोधन के तीन माह बाद 14 अगस्त 2023 को एलीमोल केएन का नाम राज्य सेवा से उनकी मृत्यु की तारीख से विलोपित करने के आदेश भी जारी किए हैं। यह आदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक अराजपत्रित सुरेश नवल ने किए। 24 दिसंबर को निकले पदोन्नति के आदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (अराजपत्रित) राकेश कुमार शर्मा ने दिवंगत एलीमोल काे नर्सिंग अधिकारियों के साथ पदोन्नत आदेश में शामिल कर दिया। इसके साथ ही उन्हें एमजीएच से पावटा जिला अस्पताल में पस्थापित कर दिया। यह आदेश उनके राज्य सेवा से विलोपित होने के एक साल चार माह बाद जारी हुआ। अब गलती सुधारने के​ लिए दिवंगत एलीमोल केएन का नाम पदोन्नत आदेश से हटाने के बाद अन्य को पदोन्नति सूची में जोड़ना होगा।