आबूरोड रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन ऑफिस के बाहर हॉल में घुसे सांड ने एक साल की मासूम बच्ची को पैरों से कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बच्ची अपने माता-पिता के साथ सो रही थी। हादसे के बाद बच्ची को गोद में लिए मां रेलवे स्टेशन पर ही बैठकर बिलखती रही। हादसा मंगलवार रात करीब 1 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार मुंडारा (पाली) का रहने वाला गुलाब अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ स्टेशन पर रिजर्वेशन ऑफिस के बाहर हॉल में सो रहा था। इस दौरान रात करीब 1 बजे स्टेशन परिसर में घूम रहा सांड हॉल में घुस गया। सांड ने एक साल की बच्ची राधिका के ऊपर पैर रख दिया। मासूम की चीख-पुकार सुनकर माता-पिता जाग गए। टैक्सी ड्राइवर और आसपास मौजूद लोग मौके पर दौड़कर पहुंचे और सांड को भगाया। इसके बाद बच्ची को तुरंत टैक्सी गाड़ी से आबूरोड CHC ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीमें मौके पर पहुंचीं। एसडीएम शंकरलाल मीणा और तहसीलदार मंगलाराम मीणा भी स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे। बच्ची का शव गोद लेकर बिलखती रही मां हॉस्पिटल में बच्ची को मृत घोषित करने के बाद परिवार रात में शव लेकर वापस आबूरोड स्टेशन आ गया। परिवार के पास किराए के लिए भी रुपए नहीं थे। इस दौरान मृत बच्ची के शव को लेकर माता-पिता काफी देर तक स्टेशन पर ही बैठे रहे। मां अपनी बेटी को देखकर बिलखती रही। टैक्सी ड्राइवरों ने सहायता के लिए रुपए जुटाकर परिवार को दिए। इसके बाद बच्ची के शव को लेकर पाली के लिए रवाना हुए। SDM बोले-बैरिकेडिंग लगाकर सांडों को रोका जाएगा एसडीएम शंकरलाल मीणा ने घटना के बाद रेलवे अधिकारियों और पुलिस को निर्देश दिए कि आवारा सांडों को स्टेशन परिसर में आने से रोका जाए। उन्होंने आरक्षण कार्यालय के बाहर रात में विश्राम करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग लगाने का भी आदेश दिया, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
