राजस्थान में साढ़े 11 हजार अटल प्रेरक लगेंगे:ग्राम पंचायतों में अटल ज्ञान केंद्र होंगे; 1 साल पहले महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती रद्द की थी

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की साढ़े 11 हजार ग्राम पंचायतों में अटल प्रेरक लगाने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में अटल ज्ञान केंद्र खोले जाएंगे। इसे लेकर सीएम ने कहा- इन ज्ञान केंद्रों पर युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए लाइब्रेरी और ई-लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण और काउंसिलिंग सुविधा भी इन केंद्रों पर उपलब्ध होगी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह मनाया गया। इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। बता दें कि आज से ठीक एक साल पहले आज ही के दिन भजनलाल सरकार ने गहलोत सरकार द्वारा 50 हजार पदों पर निकाली गई महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती को रद्द कर दिया था। सीएम बोले- गिर्राज दादा का पत्र लेकर मिला सीएम ने इस दौरान अपने चाचा गिर्राज का 1998 का संस्मरण भी सुनाया। उन्होंने कहा- मेरे चाचा गिर्राज ने उनके साथ काम किया। उस समय उन्हें गिर्राज दादा के नाम से जानते थे। मुझे उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम एक पत्र लिख कर दिया। इसमें लिखा- मेरा भतीजा आप से मिलने आ रहा है। हमारे परिवार में कोई राजनीति नहीं जानता है। लेकिन, वह जो कह रहा है बस आप एक बार सुन लीजिए। सीएम ने कहा- इसके बाद जब मैं पत्र लेकर अटल जी के पास गया तो उन्होंने कहा- गिर्राज जी दाल बाटी चूरमा अच्छा खिलाते थे। राजीव गांधी सेवा केंद्र का नाम बदला बता दें कि प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पहले से ही राजीव गांधी सेवा केंद्र संचालित है। जानकारी के अनुसार, सरकार इन सभी सेवा केंद्रों का नाम बदलकर अटल ज्ञान केंद्र कर सकती है। आज के दिन को बीजेपी सुशासन दिवस के रूप में भी बना रही है। बूथ स्तर पर अटल स्मृति सभाओं का आयोजन, कविताओं का वाचन, बूथ के युवाओं द्वारा वाजपेयी के योगदान पर चर्चा की जा रही हैं। वहीं मंडल स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सुशासन यात्रा निकाली जा रही हैं। वहीं चौपाल लगाकर अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों पर चर्चा की जाएगी। जिला स्तर पर भी अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और उनके योगदान से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई हैं। स्कूटर से खाना लेकर आए थे राठौड़ इस दौरान भाजपा कार्यालय जयपुर में प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा- 1971 में अटल बिहारी वाजपेयी पाली आए थे। उस समय पाली में हमारे प्रत्याशी सम्पतमल गांधी थे। रेलवे स्टेशन पहुंचकर उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई से पूछा कि आपने भोजन किया तो उन्होंने कहा कि आपने पूछा ही नहीं उसके बाद मुझे स्कूटर से सम्पत मल गांधी के घर भोजन लेने के लिए भेजा गया। मैं उनके लिए भोजन लेकर आया और उन्होंने रेलवे के रिटायरिंग रूम में बैठकर भोजन किया। बोले- फीणी लेकर आए हो क्या? इसके बाद राठौड़ ने एक अन्य किस्सा सुनाते हुए कहा- एक बार जब अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री थे, तो वह जयपुर आए। मैं सांभर में पार्टी का प्रचारक था। मैं उनसे मिलने जयपुर आया तो उन्होंने मुझसे पूछा आजकल क्या कर रहे हो। मैंने कहा कि मैं सांभर में प्रचारक हूं तो उन्होंने कहा क्या मेरे लिए फीनी लेकर आए हो। मदन राठौड़ ने कहा यह बात तो सही है कि अटल बिहारी वाजपेयी को मीठे का बहुत शौक था उन्होंने कहा कि आज से शुरू हुए सुशासन दिवस को हम एक साल तक चलाएंगे जनता को वाजपेयी के आदर्श और सिद्धांतों को बताने की आवश्यकता है, जिससे की जनता भ्रमित ना हो।