राजस्थान के कई जिलों में लेपर्ड हिंसक होते जा रहे हैं। पिछले चार महीने में लेपर्ड उदयपुर में कई लोगों पर हमला कर चुके हैं। अक्टूबर में यहां के जंगलों में रहने वाले लेपर्ड ने 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। अब एक बार फिर लेपर्ड का मूवमेंट नजर आया है। मंगलवार(24 दिसंबर) को भी लेपर्ड खेत में काम कर रही एक युवती पर हमला कर भागा। वहीं एक बाड़े में भी घुसा था। 14 दिन पहले भी लेपर्ड CCTV में नजर आया था। उदयपुर ही नहीं, अलवर शहर के RR कॉलेज के जंगल में भी 24 दिन से लेपर्ड घुसा हुआ है। उसने सूअर और नील गाय के बच्चों को शिकार बनाया है। वहीं सीकर में आज जयपुर-झुंझुनू बायपास स्थित कुड़ली गांव में लेपर्ड ने किसान पर हमला कर दिया। एक-एक कर जानिए, लेपर्ड ने कहां-कहां किया हमला… पहला हमला: उदयपुर में खेत में काम कर रही युवती पर किया हमला
उदयपुर से 45 किमी दूर गोगुंदा ग्राम पंचायत है। यहां से करीब 8 किलोमीटर दूर भूताला पंचायत के गांव पाचावतो की भागल है। इस गांव की रहने वाली घीसी बाई आज सुबह अपनी 17 साल की बेटी अनिता के साथ खेत में घास काट रही थी। इस दौरान अचानक लेपर्ड आ गया और अनिता पर हमला कर दिया। बेटी पर लेपर्ड के झपट्टा मारते ही मां की चीख निकल गई। मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग आए। तब लेपर्ड भाग गया। दो दिन पहले यहां एक बाड़े में भी लेपर्ड घुसा था। इसके बाद से लोगों में दहशत है और पिंजरा लगाने की मांग की है। घायल उदयपुर जिला हॉस्पिटल में भर्ती
लेपर्ड ने युवती के चेहरे पर पंचा मारा था। उसे घायल हालत में पिता बाइक पर गोगुंदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। वहां से उदयपुर जिला हॉस्पिटल में रेफर किया गया। पिंजरा लगाने की मांग
ग्रामीणों ने लेपर्ड के मूवमेंट को देखते हुए पिंजरा लगाने की मांग की है। भूताला सरपंच मोहन सिंह ने बताया- दो दिन पहले भी नेतावलों की भागल में एक बाड़े में लेपर्ड आया था। लोगों के शोर मचाने पर भाग गया था। सरपंच ने बताया कि वन विभाग की टीम ने एक दिन पहले ही यहां आकर विजिट किया था। दूसरा हमला: सीकर में किसान पर किया हमला
सीकर के जयपुर-झुंझुनू बायपास स्थित कुड़ली गांव में आज सुबह 10:45 पर लेपर्ड देखा गया। लेपर्ड ने खेत में काम कर रहे किसान बजरंग लाल गुर्जर पर हमला किया। लेपर्ड एक खेत में पेड़ के नीचे बैठा है। उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए जयपुर से टीम को बुलाया गया है। एक होटल के सीसीटीवी कैमरे में लेपर्ड को देखा गया है। अलवर के कॉलेज में 24 दिन से लेपर्ड घुसा
अलवर शहर के RR कॉलेज के घने जंगल में घूम रहा लेपर्ड अब तक 30 से ज्यादा सूअर के बच्चों का शिकार कर चुका है। नील गाय का भी शिकार किया है। कॉलेज कैंपस के आस-पास करीब 10 हजार लोगों की आबादी है। ऐसे में लोग डर के साये में जी रहे हैं। वन विभाग ने जंगल में बकरा व मुर्गा रखकर पिंजरा रखा है, जिससे लेपर्ड उन्हें खाने आ जाए और फंस जाए। इसके बाद भी लेपर्ड पिंजरे में नहीं आ रहा है। अब जंगल के रास्ते चौड़े कर ढूंढ़ रहे
आरआर कॉलेज के जंगल के रास्तों को चौड़ा कर लेपर्ड को ढूंढ़ा जाने लगा है। असल में अब तक वनकर्मियों को यह पता नहीं चला कि लेपर्ड शिकार कर कहां जाता है। शिकार के अवशेष भी नहीं मिल रहे। इस कारण जंगल में रास्ते चौड़े कर लेपर्ड के शिकार कर खाने की जगह का पता लगाया जा रहा है। ताकि वहां पिंजरा लगाकर लेपर्ड को पकड़ा जा सके।
