| सवाई माधोपुर रणथंभौर त्रिनेत्र श्री गणेश जी मंदिर के दर्शनार्थियों के लिए गणेशधाम से दुर्ग तक का बंद मार्ग शुक्रवार को आठ दिन बाद खोल दिया। वन विभाग ने 16 अप्रैल को टाइगर हमले में बूंदी के सात वर्षीय कार्तिक सुमन की मौत के बाद 24 अप्रैल तक के लिए यह मार्ग बंद कर दिया था। मार्ग खुलने पर खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल व खंडार प्रधान नरेंद्र चौधरी ने वन विभाग के सीसीएफ अनूप केआर व डीएफओ रामानंद भांकर के साथ घटनास्थल से लेकर मार्ग, दुर्ग क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। वन विभाग ने शुक्रवार को मंदिर मार्ग खोलने से पहले एहतियात के तौर पर वनकर्मियों को चौकन्ना रखते हुए व्यवस्था सुचारू की। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गणेशधाम से पहले अब शेरपुर हेलीपैड पर अस्थायी पार्किंग की है। यहां से दुर्ग तक के लिए 30 टैक्सी लगाई गई हैं। दुपहिया वाहन व पदयात्रियों के लिए नो एंट्री ही रहेगी। टाइगर मूवमेंट होने पर एएसआई व फॉरेस्ट के बीच वायरलेस अलर्ट पर भक्तों को रोका जा सकेगा। सीसीएफ अनूप केआर ने कहा कि रणथंभौर आने-जाने वाले वाहनों का फिटनेस जरूरी है। विभाग की सुरक्षात्मक योजना के तहत दुर्ग के भीतर अब टाइगर की एंट्री रुकेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने जायजा लेते वक्त कहा कि जन सुरक्षा के लिए जो भी विभाग टीम प्रपोजल देगी, तुरंत राशि मंजूर होगी। उन्होंने अपने स्तर से ही एक करोड़ तक राशि मुहैया कराने की बात कही। वन अधिकारियों से सुरक्षा के उपाय व सुझावों पर भी चर्चा की। डीएफओ रामानंद भांकर ने बताया कि फिलहाल किले की तीन जगह से टूटी सुरक्षा दीवार पर जाली लगाने और मार्ग के दोनों तरफ 30 फीट तक झािड़यों की सफाई का काम कराया जा रहा है। झािड़योककी सफाई होने से वन्यजीव का मूवमेंट होने से दूर से दिखाई दे सके। विधायक ने दुर्ग को सीसीटीवी से लैस करने और वन विभाग व पुरातत्व विभाग के बीच वायरलेस संवाद सश क्त कर दुर्ग के आसपास टाइगर मूवमेंट होने पर अलर्ट मैसेज जारी कर तुरंत श्रद्धालुओं को गणेशधाम से रोके जाने का सुझाव दिया, इस पर सीसीएफ ने कहा कि वायरलेस सिस्टम दोनों के बीच शुरु कर दिया है।