मौत के 24 दिन बाद समाधि खोद कर निकाला शव:रिश्तेदार ने हत्या की आशंका की शिकायत की थी, एसडीएम के आदेश पर करवाया गया पोस्टमार्टम

चित्तौड़गढ़ में नाथ समाज के एक वृद्ध की मौत के 24 दिनों बाद समाधि खुदवाकर शव निकलवाया और पोस्टमार्टम करवाया। यह कार्रवाई कपासन पुलिस ने मृतक के दूर के भतीजे की हत्या का आशंका की शिकायत के आधार पर की। मृतक वृद्ध की पत्नी और बच्चे नहीं थे। मामला, मंगलवार देर शाम कपासन कस्बे के गांव लांगच का है। थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया- लालूनाथ (68) पुत्र घीसा नाथ की मृत्यु 30 नवंबर को हुई थी। 1 दिसंबर को नाथ समाज की परंपरा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार समाधि के रूप में किया गया था। मृतक के चचेरे भतीजे सुखानाथ पुत्र प्रताप नाथ, निवासी फाकोलिया, तहसील करेड़ा, जिला भीलवाड़ा ने सोमवार को रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने लालूनाथ की मृत्यु को संदिग्ध बताते हुए हत्या की आशंका व्यक्त की। शिकायत में लालूनाथ की जमीन हड़पने के लिए लांगच निवासी चांदी (पत्नी शंकरनाथ) और उनके पुत्र ईश्वरनाथ पर हत्या का आरोप लगाया। बुजुर्ग अपने भांजे पप्पू के साथ रहता था शिकायत के अनुसार, लालूनाथ अपने भांजे पप्पू नाथ के साथ रहते थे, जो उनकी देखभाल करता था। सुखानाथ भी लालूनाथ से लेन-देन करता था, जिसकी लिखा-पढ़ी मौजूद है। शिकायत में कहा गया कि मृतक की मोपेड दुर्घटना के बाद आरोपी उन्हें जबरदस्ती अपने घर ले गए थे। 30 नवंबर को लालूनाथ की मृत्यु की सूचना ईश्वरनाथ ने दी थी। प्रार्थी के पहुंचने से पहले ही समाज की रीति के अनुसार अंतिम संस्कार कर समाधि दे दी गई और उस पर पक्की समाधि का निर्माण करवा दिया गया। गांव में चर्चाओं के बाद प्रार्थी को शक हुआ कि लालूनाथ का गला दबाकर या जहर देकर उनकी हत्या की गई है। एसडीएम ने दिए समाधि खुदवाने का आदेश मामला उपखंड मजिस्ट्रेट के अंतर्गत होने से एसडीएम राजीव सुहालका ने जांच करते हुए मंगलवार शाम को पुलिस बल के साथ गांव लांगच पहुंचे। उन्होंने समाधि खुदवाकर शव को बाहर निकलवाया और मेडिकल बोर्ड से मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम के बाद शव को पुनः समाधि में रखकर बंद कर दिया गया। एसडीएम राजीव सुहालका ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।