हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर कानाराम के निर्देश पर आयोजित मानस अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को सीएचसी संगरिया में नशा मुक्ति शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 130 मरीजों ने साइकेट्रिस्ट से काउंसलिंग के बाद नशा छोड़ने का प्रण लिया। जिला कलेक्टर कानाराम के निर्देशन में सीएचसी संगरिया में 130 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। साइकेट्रिस्ट डॉ. ओपी सोलंकी, मीनाक्षी, अंजू बाला, एनसीडी काउंसलर कंवरजीत सिंह, जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ से त्रिलोकेश्वर शर्मा सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भी शिविर को सफल बनाने में सहयोग किया। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को सीएचसी संगरिया में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि सीएचसी संगरिया में साइकेट्रिस्ट डॉ. ओपी सोलंकी ने मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की। डॉ. शर्मा ने बताया कि आज के कैंप में 130 मरीजों ने स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए पंजीकरण करवाया। इसमें से नशों का सेवन करने वाले 40 मरीज इलाज के लिए आए। कैम्प के दौरान सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 11 नए मरीजों ने नशा छोड़ने की इच्छा जताई और 3 मरीजों ने नशा छोड़ दिया। शिविर में मेडिकेटेड और चिट्टे के 15 मरीज इलाज के लिए आए थे। पिछले कैम्पों में इलाज ले चुके 105 मरीज आज दोबारा कैम्प में काउंसिलिंग और इलाज कराने के लिए आए। तहसीलदार मोनिका बंसल और बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़ ने काउंसिलिंग सेशन में उपस्थित मरीजों और उनके परिजनों से बात की और उन्हें मिल रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने नशों के दुष्प्रभाव से परिवार और समाज पर होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। हेल्थ डिपार्टमेंट के स्टाफ ने भी सक्रिय भूमिका निभाते हुए मरीजों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया और उन्हें इस बुरी लत को छोड़ने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान तहसीलदार मोनिका बंसल ने सीएचसी संगरिया का निरीक्षण भी किया। बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़ ने उनको आशान्वित ब्लॉक, 100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत अभियान और अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
