मनमोहन सिंह ने दूदू से लॉन्च की थी आधार सेवाएं:जयपुर मेट्रो और किशनगढ़ एयरपोर्ट की नींव रखी, आखिरी बार राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा सासंद बने

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का देर रात निधन हो गया। उनका राजस्थान से भी जुड़ाव रहा। पीएम रहते हुए उन्होंने राजस्थान में कई प्रोजेक्ट्स की नींव रखी और लोकार्पण किए। आखिरी बार राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा सांसद बने। इसी साल अप्रैल में ही उनका टर्म पूर हुआ था। उनकी खाली हुई सीट पर सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा सांसद बनीं हैं। 5 साल पहले 2019 में जब मनमोहन सिंह राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बने तो बीजेपी ने उनके सामने कैंडिडेट नहीं उतारा था। इसलिए निर्विरोध जीते थे। उस वक्त बीजेपी के पास एमएलए उतने नहीं थे कि अपना कैंडिडेट जीता सकें। पीएम रहते हुए मनमोहन सिंह ने राजस्थान के लिए कई प्रोजेक्ट स्कीम की नींव रखी पीएम रहते हुए मनमोहन सिंह ने राजस्थान में कई प्रोजेक्ट्स की नींव रखी और,लोकार्पण किए। अक्टूबर 2012 में दूदू से उन्होंने आधार आधारित सेवाओं की लॉन्चिंग की। सितंबर 2013 में मनमोहन सिंह ने किशनगढ़ एयरपोर्ट और जयपुर मेट्रो फेज वन बी की नींव रखी। अक्टूबर 2012 में मनमोहन सिंह ने दूदू में कहा था- आधार दुनिया की सबसे बड़ी योजना, आधार से बिचौलिए खत्म होंगे मनमोहन सिंह ने आधार की शुरुआत की दूसरी वर्षगांठ पर अक्टूबर 2012 में दूदू में आधार आधारित सेवाओं की लॉन्चिंग की थी। उसके बाद से ही आधार को बैंकिंग से लेकर मोबाइल सिम और दूसरे यूटिलिटी की सेवाओं से जोड़ा गया था। मनमोहन सिंह ने दूदू में आधार आधारित सेवाओं की लॉन्चिंग के वक्त कहा था कि आज दुनिया भारत के इस आधार प्रोजेक्ट की तरफ देख रही है। हम इस प्रोजेक्ट के जरिए आम आदमी की मुश्किलों को मिटाना चाहते हैं। आधार नंबर से बैंक खाता खोलना, मोबाइल कनेक्शन लेने, हवाई-रेलवे टिकट लेने से लेकर इस तरह के अन्य कामों में आम आदमी को मदद मिलेगी। मनमोहन सिंह ने कहा था- सरकार की बहुत सी योजनाओं को लागू करने में आधार मदद करेगा। पेंशन और मेडिकल सुविधाओं और सब्सिडी को लोगों के खाते में आधार के जरिए भेजा जा सकेगा। गैस सिलेंडर सभी लोगों तक नहीं पहुंचते, आधार नंबर के इस्तेमाल से संभव होगा। सब्सिडी का पैसा इसके जरिए दिया जा सकता है। हम चाहते हैं कि पैसा सही आदमी को मिले और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाए। आधार से बिचौलिए खत्म होंगी, पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा। 8 जनवरी 2012 को जयपुर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का किया था उद्घाटन 8 जनवरी को बिड़ला ऑडिटोरियम में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा था- राजस्थान से बड़ी संख्या में श्रमिक विदेश जा रहे हैं। हमने जयपुर में प्रवासी संरक्षक का एक कार्यालय स्थापित किया है। मुझे बताया गया है कि राजस्थान सरकार जयपुर में एक प्रवासी भारतीय भवन बनाने का प्रस्ताव कर रही है। इस भवन में न केवल प्रवासियों के संरक्षक के कार्यालय होंगे। प्रवासी भारतीयों और प्रवासी श्रमिकों को ऑन-साइट सहायता देने के लिए एक प्रवासी संसाधन केंद्र भी होगा। मनमोहन सिंह ने किशनगढ़ एयरपोर्ट के शिलान्यास में कहा था- राजस्थान जैसे राज्य ने अधिक से अधिक छोटे हवाई अड्डे बनाए जाने की अहमियत को समझ लिया 21 सितंबर 2012 किशनगढ़ एयरपोर्ट के शिलान्यास के दौरान मनमोहन सिंह ने कहा था- किशनगढ़ हवाई अड्डे को पूरी तरह से कार्यशील हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का प्रोजेक्ट इस क्षेत्र में विकास की बहुत सारी नई संभावनाएं पैदा करेगा। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि राजस्थान जैसे राज्य ने अधिक से अधिक छोटे हवाई अड्डे बनाए जाने की अहमियत को बखुबी समझ लिया है। मुझे विश्वास है कि इस काम में सिविल एविएशन मंत्रालय इस राज्य को पूरा-पूरा सहयोग देगी। गहलोत, पायलट की तारीफ की थी मनमोहन सिंह ने तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट की तारीफ करते हुए कहा था- जयपुर में मेट्रो योजना की आधारशिला भी रखी जाएगी। मेट्रो विकास के रास्ते पर अशोक गहलोत का एक और साहसिक कदम होगा। सचिन पायलट, बहुत दिनों से यह कोशिश करते रहे हैं कि किशनगढ़ हवाईअड्डे को विकसित करने का काम जल्द से जल्द शुरू हो, मैं उनकी मेहनत और लगन की भी बहुत तारीफ करता हूं। मनमोहन सिंह ने कहा था- अजमेर दरगाह से सीख मिलती है, नफरत हिंसा से किसी को लाभ नहीं मनमोहन सिंह ने कहा था- ख्वाजा की दरगाह भाईचारे और शांति की एक शानदार मिसाल पेश करती है। दरगाह में सभी धर्मों के लोग दुआ मांगने आते हैं। मेरा यह मानना है कि हमें इस पवित्र दरगाह से जो सीख मिलती है। वह आज उस वक्त और भी महत्वपूर्ण है, जब देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ है। नफरत और हिंसा से जुड़ी सोच और कामों से किसी को भी फ़ायदा नहीं होता है। भारत सहनशीलता, सभी धर्मों का सम्मान और अपने से अलग विचारधाराओं का आदर करने जैसे सिद्धांतों की बुनियाद पर ही एक महान राष्ट्र बना है।