प्रतापगढ़ एनसीबी टीम ने बुधवार सुबह मंदसौर के डॉक्टर डीडी संगतानी को हिरासत में ले लिया। डॉक्टर अपने परिवार के साथ नालछा माता मंदिर जा रहे थे। टीम परिवार की महिलाओं को उतारकर डॉक्टर को प्रतापगढ़ ले आई। डॉक्टर के खिलाफ षड़यंत्र किया गया-पूर्व विधायक मंदसौर के पूर्व विधायक सिसौदिया ने कार्रवाई को पूरी तरह फर्जी बताया। साथ ही बिना वारंट या स्पष्ट कारण की कार्रवाई पर आपत्ति जताई गई। उन्होंने कहा-अधिकारियों ने बताया कि गाड़ी के अंदर से एमडी बरामद हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये एमडी उस व्यक्ति ने रखी है जो लगातार इस परिवार को परेशान कर रहा है। सात-सात झूठे प्रकरण बनवाए। प्रशासन भी जानता है कि इन सबके पीछे कौन है। विभाग ने तो अपना काम किया, लेकिन पत्नी के साथ नवरात्रि में मंदिर जा रहा व्यक्ति कभी गाड़ी में एमडी नहीं लाएगा। इन्हें षडयंत्र का शिकार बनाया गया है। डॉक्टर का चल रहा पारिवारिक विवाद वहीं सिंधी समाज प्रवक्ता अनिल लालवानी ने बताया-डॉक्टर संगतानी को एमडी ड्रग के मामले में संदिग्ध आरोपी बनाकर केस बनाया या नहीं लेकिन गिरफ्तार कर नारकोटिक्स टीम प्रतापगढ़ लेकर आई है। डॉक्टर संगतानी का पारिवारिक विवाद पहले से चल रहा है। पहले भी उनके खिलाफ किए गए मामले फर्जी साबित हो चुके है। डॉक्टर के खिलाफ फर्जी मुकदमा बनाया गया है, इसलिए हम लोग यहां आए है। परिवार ने अपहरण की शिकायत दी इधर परिवार ने इसे अपहरण बताते हुए स्थानीय समाज और जनप्रतिनिधियों को सूचित किया। करीब 200 लोग एनसीबी कार्यालय पहुंचे। दोपहर बाद एनसीबी की टीम ने डॉक्टर को छोड़ दिया। इधर सीबीएन के प्रतापगढ़ अधीक्षक बीएन मीणा ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
