बारिश और सावों में खलल, गर्मी से राहत, पर आयोजक परेशान

भास्कर संवाददाता | चित्तौड़गढ़ पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से बादल-बरसात का दौर लगातार चौथे दिन बना रहा। गुरुवार को निम्बाहेड़ा, कपासन, गंगरार-राशमी व बेगूं क्षेत्रों में बरसात हुई। राशमी में डेढ़ घंटे में 35 मिमी बारिश हुई। इस मौसम से प्रचंड गर्मी और लू से तो राहत मिली हुई है, पर इसी दौरान हो रहे शादी-ब्याह के आयोजनों में खलल पड़ने से आयोजक व मेहमान परेशान हैं। आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। कपासन में दोपहर 1.20 बजे तेज गर्जना के साथ झमाझम शुरू हुई। रुक-रुक कर करीब 45 मिनट तक चली। शाम 5 बजे फिर तेज बारिश आधे घंटे तक जारी रही। सुबह से अच्छी धूप थी। दोपहर में अचानक घने बादल छा गए। बारिश से क्षेत्र में विवाह समारोहों आयोजकों व बाजारों में खरीदारी के लिए आए ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ी। खेतों में खड़ी सब्जियों और रिचका फसल को फायदा हो रहा है। निंबाहेड़ा में दोपहर 3 बजे से रुक-रुक कर शुरू हुई बारिश शाम तक जारी रही। नगर सहित आसपास के गांवों में शादी समारोहों की व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गईं। मेहमानों के बैठने और भोजन व्यवस्था में परेशानी आई। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही। नगर मे साफ-सफाई की व्यवस्था न होने से नालियां जाम हो गईं। सड़कों पर पानी भर गया। उधर जिले में गत दो दिनों से चित्तौड़गढ़ व निंबाहेड़ा समीपवर्ती इलाके के गांव मायरा, उंखलियां, भुज्याखेड़ी, अरनोदा सहित कई ग्रामीण इलाकों में तेज हवा के साथ आंधी चली, जिससे कहीं जगह पर पेड़ पौधे के साथ-साथ बिजली खंभों के टूटने की भी खबर है। खेतों पर लगे सोलर पैनल व पशुओं के लिए शेड में भी किसानों को नुकसान हुआ है। बेगूं | क्षेत्र में गुरुवार दोपहर से बारिश का दौर शुरू हुआ। आधे घंटे से अधिक समय तक तेज बारिश हुई। शाम तक हल्की फुहारें जारी रहीं। बादलों की गर्जना के साथ हुई बारिश से पुराने बस स्टैंड पर पानी भर गया। गर्मी के मौसम में बारिश में ठंडी हवाएं चलने लगीं। लोगों को गर्मी में राहत मिली। सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया। इस बेमौसम बारिश से कई कार्यक्रम प्रभावित हुए। शादी समारोहों में लगे टेंट और बिछात भीग गए। कार्यक्रमों में आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। किसानों को इस बारिश से नुकसान हुआ। खेतों और बाड़ों में मवेशियों के लिए रखी घास और खांखला बारिश में भीग गए। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। गंगरार | दोपहर बाद घने बादलों की बीच रुक-रुककर बरसात से मौसम सुहाना हो गया। सड़कों पर पानी बहने लगा। बच्चे सड़क पर बरसात का आनंद लेते रहे। क्षतिग्रस्त सड़कों पर पानी भरने से वाहन चालक परेशान होते रहे। पारसोली | क्षेत्र में गुरुवार दोपहर को आई तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। पारसोली, खेरपुरा, दुगार, नाहरगढ़ और बरनियास गांवों में तेज हवा और बारिश के कारण कुल 15 बिजली के पोल टूट गए। इससे इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। ग्रामीणों को कई घंटों तक अंधेरे में रहना पड़ा। बिजली विभाग की टीम ने बारिश रुकते ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया, लेकिन खराब मौसम और टूटे पोलों की संख्या अधिक होने के कारण बहाली कार्य में समय लगा। इस प्राकृतिक आपदा से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। राशमी | कस्बे सहित आसपास गांवों में गुरुवार को तेज बारिश हुई। इसने वैशाख में आषाढ़ माह का एहसास करा दिया। महज डेढ़ घंटे में 35 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। दोपहर 2 बजे बारिश शुरू हुई थी। शाम 6 बजे तक भी इसका दौर जारी रहा। शादी विवाह समारोहों में भारी खलल पड़ा। राजस्थान में सबसे अधिक 30 मिमी बारिश डूंगला में, तापमान सामान्य से 8.7 डिग्री कम गुरुवार सुबह 8 बजे तक के 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक 30 मिमी बारिश जिले के डूंगला में दर्ज हुई। लगातार चार दिन से दिन-रात का पारा भी औसत से काफी नीचे चल रहा। शहर में बुधवार को तापमान अधिकतम औसत से 8.7 डिग्री कम 32.3 और न्यूनतम औसत से 3.8 डिग्री कम 20.6 दर्ज हुआ। इससे हीटवैव तो दूर तेज गर्मी से भी राहत मिली हुई है। रात में चददर ओढ़ने पड़ रहे।