बजरंग बाग में 12 साल बाद हुई भजन संध्या, 30 हजार भक्तों ने लगाई धोक

भास्कर संवाददता| पाली लोर्डिया की पाल पर स्थित बजरंग बाग में 12 साल बाद शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पर बालाजी महाराज की भजन संध्या हुई। मंदिर के पुजारी महेंद्र ने बताया कि शनिवार को सुबह 6:15 बजे मंगल आरती की गई। दोपहर को 12 बजे से सुन्दरकाण्ड का पाठ हुआ। शाम को 8 बजे फिर से महा आरती हुई। इसके बाद भजन संध्या शुरू हुई, जो तड़के तक चली। शाम को बालाजी महाराज के नाम का 31 किलो का केक काटा गया। पूरे दिन में 30 हजार से अधिक लोगों ने दर्शन किए। पूरे दिन में करीब एक हजार किलो नुकती और लड्डू का प्रसाद बांटा गया। दर्शन के लिए दोनों तरफ करीब आधे किलो मीटर तक कतार रही। महिलाओं के लिए भी अलग कतार रही। दर्शन के लिए 2 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान बजरंग बाग़ सेवा समिति के अध्यक्ष नेता सिंह परिहार, सचिव सत्यप्रकाश अग्रवाल सहित कई लोग मौजूद रहे। श्रीराम परिवार की झांकी आते ही भक्त नत मस्तक : रात 9 बजे से शुरू हुई भजन संध्या में रमेश माली ने गजानन वंदना की। गुरु वंदना वारी जाऊं ओ बलिहारी जाऊं, रामजी चले ना श्रीराम के बिना के भजन की प्रस्तुति देकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। रात को 1 बजे से भगवान श्री राम परिवार की जब झांकी का प्रवेश हुआ तो पूरी भक्तों की भीड़ उठ खड़ी हुई… मानो स्वयं बालाजी महाराज और श्री राम दर्शन देने आए हों। भक्तों की ऐसी आस्था कि हजारों की भीड़ में भजन के हर स्वर पर लयबद्ध तरीके से तालियां बजा रहे थे। साउंड की आवाज में भी तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थी। दिल्ली से आई पार्टी ने श्रीराम दरबार की मनमोहक झांकी की प्रस्तुति दी। महाकाली और उज्जैन महाकाल की झांकी देखकर भक्त भावविभोर हो गए। आशा वैष्णव ने भी अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों का साथ लेते हुए भजनों की प्रस्तुतियां दीं। सांवलिया सेठ के भजनों से प्रसिद्ध गोकुल शर्मा के भजनों की प्रस्तुतियां शानदार रहीं।