भास्कर न्यूज | मंडावर शहर में शुक्रवार को ज्योतिबा फुले सेवा संस्था के तत्वावधान में सैनी समाज के लोगों ने ज्योतिबा फुले जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान जीवंत झांकी सजाई गई। महेंद्र खड़ोड़िया व कुलदीप सैनी ने बताया कि शहर में महात्मा ज्योतिबा फुले की भव्य कलश शोभायात्रा निकालकर जयंती मनाई। इस दौरान शोभायात्रा गढ़ी सवाईराम रेलवे फाटक के समीप स्थित ठोड़ी वाले हनुमान मंदिर से विधि विधान से पूजा- अर्चना कर शोभायात्रा नए बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, मिस्त्री मार्केट, कपड़ा मार्केट, तहसील रोड, गांधी चौक, सब्जी मंडी, संत आश्रम गढ़ रोड होते हुए बालाजी गार्डन पहुंची। शोभायात्रा का विकास उपाध्याय एवं आकाश उपाध्याय, विजय झालानी, ब्राह्मण समाज, साहू समाज सहित अन्य समाजों ने पुष्पवर्षा एवं जलपान कराकर स्वागत किया गया। शोभायात्रा में महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर नाचते-गाते शामिल हुई। शोभायात्रा में राधा- कृष्ण एवं राम दरबार की सजीव झांकियां सजाई गई। वहीं पुरुष एवं बच्चे जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। वहीं बालाजी गार्डन में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम में पदाधिकारियों व सरकारी सेवा में चयन लोगों का सम्मान किया गया। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले प्रेरणा स्रोत एवं मार्गदर्शक थे। इनका मूल उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन करना रहा है। उन्होंने बालिकाओं के लिए भारत की पहली पाठशाला पुणे में बनाई। उन्होंने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाए। उन्होंने धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को स्वयं शिक्षा प्रदान की। सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला अध्यापिका थीं। इस अवसर पर सोहन लाल सैनी, महेंद्र खड़ोड़िया, गुड्डी, कुलदीप, मुरारी, प्रकाश, लक्ष्मण, मनोज, रामावतार, जितेंद्र, हेमु, मोनू, चेतन, टीकम, चेतराम सहित समाज के लोग मौजूद रहे।
