कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के छठे दिन जोधपुर जिले के शेरगढ़, ओसियां और बावड़ी ब्लॉकों में विभिन्न ग्राम पंचायतों में किसान सभाओं का सफल आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में कुल 1919 किसानों ने सहभागिता की और कृषि नवाचारों के प्रति गहरी रुचि दिखाई। कृषि विशेषज्ञों एवं उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में हुए संवाद कार्यक्रम
संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) सत्यनारायण गढ़वाल एवं कृषि विज्ञान केंद्र जोधपुर के प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. भगवत सिंह राठौड़ ने जानकारी दी कि इन कार्यक्रमों का निरीक्षण करने के लिए डॉ. जेपी. यादव, निदेशक (विस्तार), DA FW, नई दिल्ली, डॉ. जीआर. मतोरिया, अतिरिक्त निदेशक, डॉ. अजीत सिंह, संयुक्त निदेशक (उद्यान) सहित कृषि विभाग एवं केवीके के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने नेवरा रोड़ और नांदिया कलां गांवों में पहुंचकर किसानों से सीधा संवाद किया। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, संरक्षित खेती, सौर ऊर्जा आधारित कृषि उपकरणों, वर्षा जल पर आधारित पोषण वाटिका, मृदा स्वास्थ्य, उन्नत बीज-खाद की उपलब्धता, एवं जल प्रबंधन तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, किसानों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से आयवृद्धि हेतु वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का भी सुझाव दिया गया। तकनीकी दलों व विभागीय टीमों ने निभाई सक्रिय भूमिका
आज के कार्यक्रमों में केवीके एसएमएस आरआर. मेघवाल, डॉ. पूनम कालश, चंदना एमआर तथा काजरी संस्थान से डॉ. विपिन चौधरी, डॉ. कुलदीप जादौन, डॉ. ओपी. मीणा, एवं कृषि विभाग से ग्यारसी लाल, प्रदीप सिंह ढाका, गंगाराम खाम्भु सहित अनेक अधिकारियों व कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी उपस्थित रहकर किसानों को अभियान से जुड़ने और लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
