प्रयागराज में होगा श्री गायत्री स्मारत महायज्ञ:30 दिनों तक चलने वाले विशेष आयोजन में 3 करोड़ से अधिक आहुति दी जाएगी

तीर्थराज प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के अवसर पर दिव्य महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। अखिल भारत वर्षीय धर्म संघ, स्वामी करपात्री फाउंडेशन, और वैदिक कायाकल्प संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में 13 जनवरी 2025 से 12 फरवरी 2025 तक यह महायज्ञ संपन्न होगा।
महायज्ञ का मुख्य आकर्षण एक सौ कुंडीय द्वादश पुरुषचरनात्मक होमात्मक श्री गायत्री स्मारत महायज्ञ होगा, जिसमें 3 करोड़ से अधिक आहुति दी जाएगी। इसके अलावा, श्री राजराजेश्वरी महायज्ञ, अष्टादश पुराण पारायण महायज्ञ, चतुर्वेद पारायण महायज्ञ, और श्रीमद्भागवत कथा सहित कई दिव्य अनुष्ठान भी आयोजित होंगे। वैदिक परंपराओं के माध्यम से शुद्ध चेतना का जागरण
वैदिक कायाकल्प संस्थान के सचिव सुमित गुप्ता ने बताया कि यह यज्ञ मनुष्य की चेतना को शुद्ध करने, चारित्रिक विकास, आध्यात्मिक उन्नति, और स्वास्थ्य संरक्षण का एक विशेष माध्यम होगा। इस महायज्ञ के लिए प्रयागराज को चुना गया है, जहां ब्रह्मा ने सृष्टि का प्रथम यज्ञ किया था। पुनर्जन्म जैसा संयोग: 144 साल बाद आ रहा है यह अवसर
संस्थान के निरोगी शाखा के प्रधानाचार्य भक्ति प्रकाश उर्फ निरोगी बाबा ने बताया कि ग्रह-नक्षत्रों के विशेष संयोग से यह अवसर 144 साल बाद आया है। महायज्ञ के लिए प्रयागराज स्थित कोटेश्वर महादेव का चयन किया गया है, जहां भगवान श्रीराम ने रावण वध के बाद ब्रह्महत्या दोष से मुक्ति के लिए शिवलिंग की स्थापना की थी।महायज्ञ में भाग लेने के लिए 1 करोड़ 25 लाख सदस्यों का निशुल्क रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान 451 वैदिक ब्राह्मण प्रतिदिन आहुति देंगे। यह प्रक्रिया 30 दिनों तक चलेगी, और रजिस्ट्रेशन करवाने वाले व्यक्ति का पुण्य उनके संकल्प के माध्यम से प्राप्त होगा। समाजसेवियों ने किया पोस्टर विमोचन
जयपुर में समाज के विशिष्ट नागरिकों और विभिन्न संगठनों के प्रमुखों ने महायज्ञ के पोस्टर का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने और अधिक से अधिक संख्या में रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की।