श्रीगंगानगर में ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने कहा कि आने वाली गर्मी के दौरान उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से बिजली मिलती रहे, ऐसी व्यवथाएं सुनिश्चित करनी होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में विद्युत की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है। नागर सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डिस्कॉम जोधपुर के अभियंताओं की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियंता अपने स्तर पर अधीनस्थ क्षेत्र में आवश्यक कार्य, मरम्मत इत्यादि करवाकर अभी से पूरी तैयारी कर लेवें, जिससे गर्मी के समय में आमजन को निरन्तर बिजली मिलती रहे। अधिकारी नियमित रूप से विद्युत उपलब्धता और वितरण की निगरानी करें ताकि आमजन को निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति मिलती रहे। साथ ही जीएसएस पर होने वाले कार्य समय पर होंगे तथा विद्युत आपूर्ति में गुणात्मक सुधार होगा। रेगुलर ट्रिपिंग क्षेत्रों को चिह्नित करें उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में वोल्टेज की समस्या, रेगुलर ट्रिपिंग या फॉल्ट आते हैं, उनको चिह्नित कर उपयुक्त कार्य समय रहते करवा लिये जायें। बिजली की कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में विद्युत तंत्र में सुधार हुआ है तथा आगे भी निरन्तर सुधार कर आम नागरिकों को विद्युत की अच्छी सुविधा मिलती रहेगी। बिजली की आपूर्ति ठीक होने से सरकार की छवि बनी है तथा जनता में भी विश्वास की भावना पैदा हुई है। माननीय मुख्यमंत्री ने भी निर्देश दिये हैं कि विद्युत को लेकर जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। मोबाइल फोन चालू रखें नागर ने कहा कि विभागीय अधिकारी गर्मी के मौसम में आमजन को होने वाली परेशानियों को सुनें तथा अपने मोबाइल फोन चालू रखें। जनता की समस्याएं सुनकर उनका उचित समाधान करें तथा जनप्रतिनिधियों के सुझाव लेते हुए विद्युत तंत्र में सुधार करें। उपभोक्ताओं को अच्छी गुणवत्ता की विद्युत मिलती रहे। हमारी सरकार जीरो टोलरेंस की नीति पर काम करती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का प्रयास रहना चाहिए कि विद्युत छीजत में कमी आये तथा जहां-जहां लोड अधिक है, वहां आवश्यकता के अनुरूप बड़े ट्रांसमिशन स्थापित किये जायें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में तकनीक के माध्यम से उपभोक्ताओं को ऑन स्पॉट विद्युत बिल दिया जा रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं की आशंका व शिकायतों में कमी आई है तथा उपभोक्ताओं को सही बिल मिलने लगे हैं। ऑडिट केस में भी उपभोक्ताओं का पक्ष सुनकर उन्हें राहत दी जा रही है। उन्होंने घरेलू विद्युत कनेक्शन व कृषि कनेक्शन की पेंडेंसी पर विस्तृत चर्चा की तथा अधिकारियों को निर्देश दिये। 400 केवी जीएसएस का मिलेगा फायदा उन्होंने कहा कि सरकार ने कैंचियां के पास 400 केवी के जीएसएस के निर्माण की स्वीकृति के साथ ही कार्य प्रारम्भ कर दिया है। 400 केवी का जीएसएस बनने से इस क्षेत्र के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की निरन्तर विद्युत आपूर्ति हो सकेगी। इस क्षेत्र के लिए यह जीएसएस बहुत ही महत्वपूर्ण है। बजट के दौरान राजस्थान में 400 केवी का जीएसएस एकमात्र कैंचियां में स्वीकृत किया गया। उन्होंने कहा कि जो वेंडर समय पर काम नहीं करते, उनके पैनल्टी लगाई जाए तथा उन्हें अगले नए कार्य नहीं देने की भी कार्रवाई की जानी चाहिए। वेंडर अपने कार्य को निर्धारित समय में पूरा करने के लिये बहुत सारी टीमें बनाकर कार्य करें तभी निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण हो सकेगा। थ्री फेज के 115 नये ट्रांसमिशन स्थापित विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता (बीकानेर) के.के कस्वा ने बताया कि बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति के 362 विद्युत कनेक्शन शेष है, जो मई तक पूरे कर दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए विभाग ने पूरी तैयारी की है। सिंगल फेज के 214 नये ट्रांसमिशन तथा थ्री फेज के 115 नये ट्रांसमिशन स्थापित किये हैं। रायसिंहनगर व पदमपुर में 233 केवी के जीएसएस तैयार हैं तथा सूरतगढ़ क्षेत्र में 3 जीएसएस जल्द ही अपना कार्य प्रारम्भ कर देंगे। गंगानगर में भी 3 स्थानों पर ट्रांसमिशन की क्षमता को बढ़ाया गया है। अनूपगढ़, सूरतगढ़ व रीको क्षेत्र में एलवीए बढ़ाया गया है, जिससे ट्रिपिंग की समस्या कम होगी। उन्होंने चूनावढ़ कोठी में निर्मित जीएसएस की लाइन गंगानगर तक लाने के कार्य में तेजी लाने का आश्वासन दिया। बैठक में पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, गंगानगर विधायक जयदीप बिहाणी, सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़, करणपुर विधायक रूपिन्दर सिंह, सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर, पूर्व विधायक रायसिंहनगर बलवीर सिंह लूथरा, अनूपगढ़ पूर्व विधायक संतोष, डिस्कॉम जोधपुर के एमडी डॉ. भंवरलाल, अधीक्षण अभियंता वीके परिहार सहित विद्युत निगम लिमिटेड व प्रसारण निगम के अधिकारियों ने भाग लिया।
