पेपर लीक के ढाका-सारण की संपत्ति कुर्क के नोटिस:सम्पत्तियों पर चस्पा किया जाएगा नोटिस, 6 फरवरी को कोर्ट में पेश होने के निर्देश

जयपुर मेट्रो-प्रथम की ईडी व सीबीआई मामलों की विशेष कोर्ट ने वरिष्ठ अध्यापक, द्वितीय श्रेणी भर्ती- 2022 पेपर लीक मामले के आरोपी सुरेश कुमार ढाका, जोगेन्द्र सारण, सुरेश विश्नोई, प्रदीप खींचड़ व नेताराम कलबी के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत संपत्ति कुर्की के नोटिस जारी किए हैं। वहीं कोर्ट ने इन आरोपियों को 6 फरवरी 2025 को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। इस मामले में कोर्ट ने इन आरोपियों के कोर्ट में पेश नहीं होने पर भगोड़ा घोषित कर रखा है। वहीं अब इनकी संपत्ति को कुर्क करने के नोटिस जारी किए हैं। इन नोटिसों को इनकी संपत्तियों पर चस्पा किया जाएगा, ताकि कोर्ट में उनकी पेशी हो सके। एडीजी (एटीएस व एसओजी) वी.के सिंह ने बताया कि आरपीएससी ने वरिष्ठ अध्यापक, द्वितीय श्रेणी भर्ती-2022 के सामान्य ज्ञान व मनोविज्ञान विषय की परीक्षा 24 दिसंबर 2022 को प्रथम पारी सुबह 9 से 11 बजे तक आयोजित की थी। इस दौरान गोपनीय सूचना पर परीक्षा शुरू होने से पहले ही स्थानीय पुलिस उदयपुर ने पुलिस थाना बेकरिया के सामने रोड पर पिंडवाड़ा से उदयपुर आने वाली एक बस में अभ्यर्थियों व डमी परीक्षार्थियों सहित अन्य आरोपियों से सामान्य ज्ञान व शैक्षिक मनोविज्ञान विषय के प्रश्न-पत्र के सॉल्व प्रश्न पेपर बरामद किए। इस बस से 37 अभ्यर्थियों सहित कुल 45 जनों को पकड़ा गया। पेपर लीक होने के चलते इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। बाद में यह परीक्षा 29 जनवरी 2023 को आयोजित की गई। बेकरिया पुलिस थाने में दर्ज इस मामले में अभी तक 66 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके बाद सुखेर में भी लीक पेपर मामले के 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सुरेश कुमार ढाका इन दोनों मामलों में फरार चल रहा है, जबकि जोगेन्द्र सारण, सुरेश विश्नोई, प्रदीप खींचड़ व नेताराम कलबी बेकरिया मामले में फरार चल रहे हैं। इन दोनों मामलों का अनुसंधान एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार शर्मा कर रहे हैं। 39 टीचरों के खिलाफ SOG में केस ताईक्वांडो के फर्जी खेल प्रमाण-पत्र के नौकरी लगे 39 टीचरों के खिलाफ एसओजी में केस दर्ज किया गया है। इस संबंध में पहले से गिरफ्तार किए गए बिमलेन्द्र कुमार झा व कमल सिंह से की गई पूछताछ में सामने आया कि गिरोह ने यूएई में बनाई गई फर्जी ई-मेल आईडी से खेल प्रमाण पत्रों का सत्यापन करवाया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर हनुमानगढ़ निवासी योगेन्द्र कुमार, मंजू चौधरी, रविन्द्र, जोधपुर निवासी सुनील, रेखा, चूरू निवासी बबीता जाखड़, बीकानेर निवासी मांगी लाल, झुंझुनूं निवासी सीमा, जोधपुर निवासी कविता, महेन्द्र, भीलवाड़ा निवासी ज्योतिराधित्य, बाड़मेर निवासी राधा, विमला, विकास कुमार, देवी, भालाराम, जालोर निवासी प्रकाश बिश्नोई, ओम प्रकाश, भंवर लाल, भजन लाल, सुनीता, धोलाराम, जैसलमेर निवासी मनफूल बिश्नोई, श्रीगंगानगर निवासी शिवकरण, जयपुर निवासी बसंती कुम्हार, जोधपुर निवासी दुर्गा प्रसाद, कोटा निवासी मोजेन्द्र सिंह, जैसलमेर निवासी महेन्द्र, सीकर निवासी कविता भींचर, जोधपुर निवासी सुनील पालीवाल, रघुवीर चौधरी, सवाई माधोपुर निवासी रेखा, ममता, नागौर निवासी नरेन्द्र बिदियासर, मुमताज, चूरू निवासी एकता थालोड़, बाड़मेर निवासी भवूता राम व नागौर निवासी उषा के खिलाफ एसओजी में केस दर्ज किया गया है। इन लोगों के खेल प्रमाण पत्र ताइक्वांडो फैडरेशन ऑफ इंडिया की फर्जी ई-मेल आईडी से सत्यापन करा भर्तियों में काम में लिए गए। जांच में ये भी सामने आया कि यूएई में बनी फर्जी ई-मेल को इंडिया बिमलेन्द्र कुमार झा व अन्य के मोबाइल में एक्सिस की गई थी। एसओजी इस संबंध में तकनीकी आधार पर जांच कर रही है। 1 लाख में बनाते थे सर्टिफिकेट गौरतलब है कि एसओजी ने अक्टूबर में ताईक्वांडो के फर्जी खेल सर्टिफिकेट के मामले में राजस्थान ताईक्वांडो संघ के सचिव श्रीगंगानगर निवासी दिनेश जगरवाल को गिरफ्तार किया था। जो सीकर के लक्ष्मणगढ़ स्थित नासनवा की सरकारी स्कूल में पीटीआई था। जबकि इसी मामले में फर्जी वेरिफिकेशन करने वाले बिमलेंदु कुमार झा सहित 4 आरोपी कमल सिंह, हितेश भादू व मनोज कुमार गिरफ्तार किया था। आरोपी दिनेश ने सर्टिफिकेट के अभ्यर्थियों से 1-1 लाख रुपए लिए थे।