जालोर जिले के सियाणा गांव में पंच-पटेलों ने माली समाज सुंदेशा के 55 परिवारों का हुक्का-पानी बंद कर दिया। चेतावनी दी कि किसी से शिकायत की तो समाज से बाहर कर दिया जाएगा और आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा। मामला बागरा थाना क्षेत्र का है। पंचों ने 55 परिवारों के शादी समारोह में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। किसी व्यक्ति की मौत होने के बाद निभाई जाने वाली रस्मों में शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई है। जिसको लेकर समाज के लोगों ने एसपी ज्ञानचंद यादव को परिवाद दिया है। उन्होंने पंच-पटेलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बागरा थाना अधिकारी मोहनलाल गर्ग ने बताया कि मामले को लेकर थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है। कुछ लोगों ने एसपी को परिवाद दिया है, जिसमें पंच-पटेलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। समाज के लोगों ने बताया कि अनाराम की बड़ी बेटी की शादी 2016 में हुई थी, जिसमें पंच-पटेलों समेत करीब 150 परिवार शामिल नहीं हुए। लेकिन 2017 में फिर से गांव के सभी 200 परिवार एक दूसरे के कार्यक्रमों में शामिल होने लग गए। 4 जून 2025 को सियाणा स्थित अरठवाड़ी के सारणेश्वर महादेव मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें पीड़ित परिवारों को नहीं बुलाया गया और पुराना मामला फिर सामने आ गया। ये था पुराना मामला एक ही परिवार के दो धड़ों के बीच काफी समय से मंदिर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। काफी समय बीत जाने के बाद भी जमीन को लेकर दोनों धड़ों के बीच राजीनामा नहीं हो पाया। इसी को लेकर पंच-पटेलों द्वारा अनाराम, थानाराम, मंछाराम और शंकरलाल पर दबाव बनाया जाता है।