सालों से चारों इंडस्ट्रियल इलाकों में पड़े कचरे को हटाने के लिए राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम रीको को नगर निगम की मदद लेनी पड़ी। ये काम रीको खुद भी कर सकता था मगर निगम से करा रहा है। इसके बदले रीको निगम को 15 प्रतिशत के हिसाब से करीब 15 लाख रुपए अतिरिक्त भुगतान देने पड़े। दरअसल करणी इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 और 2, बीछवाल, खारा और रानीबाजार इंडस्ट्रियल एरिया में कचरा सालों से इकट्ठा हो गया। सड़कों के किनारे मलबा पड़ा है। सरकार ने सफाई के लिए कहा तो रीको ने खुद टेंडर न करके ये काम नगर निगम को दे दिया। 6 दिसंबर 2025 को इसका वर्कआउट हुआ। टेंडर पहले 67 लाख का हुआ। बाद में उसका 50 प्र्रतिशत एक्सटेंशन और दिया गया। तकरीबन एक करोड़ के टेंडर का 15 प्रतिशत रीको नगर निगम को सर्विस चार्ज के रूप में दे रहा है। अभी तक मूल टेंडर के 67 लाख का काम पूरा हो गया मगर कचरा आधा भी नहीं हटा। इसलिए 50 प्रतिशत कार्य विस्तार किया गया। काम करने वाली फर्म को मूल टेंडर के 67 लाख का भुगतान हो चुका। जिसमें से नगर निगम को सर्विस चार्ज के नाम पर 10 लाख 5 हजार का फायदा हुआ। अगला टेंडर करीब 33 लाख रुपए का और हो गया। उसमें से भी निगम को करीब 5 लाख रुपए मिलेंगे। यानी निगम को सिर्फ टेंडर प्रक्रिया पूरी करने से लेकर भुगतान करने के लिए 15 लाख रुपए मिल गए जबकि इस राशि का भुगतान पूरा रीको कर रहा है। हैरानी की बात ये है कि तकरीबन एक करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी पूरा कचरा साफ नहीं हो सका।