अलवर| अलवर रंगम सोमवार को महावर ऑडिटोरियम में बहुचर्चित हिंदी नाटक “इल्हाम” का मंचन हुआ। नाटक का निर्देशन सरफराज़ हसन ने किया और 70 मिनट तक नाटक चला। मानव कौल द्वारा लिखित नाटक “इल्हाम” ने दर्शकों को रूहानियत, जज़्बात और आत्म-विश्लेषण की गहराई में डुबो दिया। नाटक ने न केवल जीवन और अस्तित्व के बड़े सवालों को उठाया, बल्कि दर्शकों को अपने भीतर झांकने और अपने जीवन के अर्थ को खोजने की प्रेरणा भी दी। नाटक के मंचन के बाद “रंग संवाद” आयोजित किया गया, जिसमें दर्शकों और नाटक के कलाकारों के बीच चर्चा हुई। दर्शकों ने नाटक के प्रस्तुतीकरण की प्रशंसा की। नाटक गांधी गाथा का मंचन भी किया गया।