भास्कर संवाददाता | पाली पदोन्नत हुए 15 हजार शिक्षकों के नए स्कूल में कार्य ग्रहण की अंतिम तिथि 5 मई निर्धारित है। दूसरी ओर 9वीं व 11वीं कक्षा सहित स्कूली स्तर की वार्षिक परीक्षाएं वर्तमान में होने और 16 मई तक परीक्षा परिणाम तैयार करने के कारण अनेक पदोन्नत प्रधानाचार्य व लेक्चरर नए स्कूलों में कार्य ग्रहण नहीं कर पाए हैं। वार्षिक परीक्षाएं 10 मई तक चलेंगी। उधर, 17 मई से स्कूलों में ग्रीष्मावकाश शुरू हो जाएंगे। दरअसल, शिक्षा विभाग में पदोन्नत हुए 4200 प्रिंसिपल और 10515 लेक्चरर को पूर्व में 30 अप्रैल तक नई स्कूल में कार्य ग्रहण करना था लेकिन शिक्षा निदेशक ने अंतिम तिथि में 5 मई तक की बढ़ोतरी की है। अनेक पदोन्नत लेक्चरर वर्तमान में 10वीं 12वीं बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कार्य में भी लगे हुए हैं। इसलिए शिक्षक संगठन शिक्षा सत्र समाप्ति तक इनके कार्य ग्रहण की तिथि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अभी पूरे राज्य में नीट परीक्षा के कारण अधिकार पदोन्नत प्राचार्य और व्याख्याताओं की 2 मई से 4 मई तक 3 दिन तक अनिवार्य परीक्षा ड्यूटी लगी होने से वे ना तो रिलीव हो पाए और ना ही नव पदस्थापन स्थान पर कार्य ग्रहण कर पा रहे हैं। निदेशालय के संशोधित आदेश का भी उन्हें लाभ नहीं मिल पाया। ऐसे में कार्मिको की मांग है कि नीट की अनिवार्य ड्यूटी में होने के कारण पदोन्नत प्राचार्यों और व्याख्याताओं को कार्य ग्रहण तारीख सप्ताहभर के लिए बढाई जाए।