चित्तौड़गढ़ डेयरी के चेयरमैन बद्रीलाल जाट (जगपुरा) ने सहकारिता मंत्री गौतम दक पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने यहां नियुक्त होने वाले हर MD को धमकाने, डेयरी को किसानों की संस्था से पॉलिटिकल संस्था बनाने, चित्तौड़गढ़ के किसानों से दुश्मनी निकालने जैसे कई आरोप लगाए। उन्होंने यह भी कहा है कि मंत्री जी को यह पद रास नहीं आ रहा, उन्हें तो सिर्फ डेयरी चेयरमैन बनना है। उल्लेखनीय है कि इस विधानसभा चुनाव में बड़ीसादड़ी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी दक ने बद्रीलाल जाट को हराया था। मंत्री को है डेयरी चेयरमैन बनने का शौक बद्री लाल जाट ने आज जिला कांग्रेस कार्यालय में सरकार की विफलता गिनाते हुए कहा कि बीच में बड़ीसादड़ी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर जल गए थे तो मंत्री के क्षेत्र में किसानों को थ्री फेस बिजली नहीं मिल पाई थी। यह राज्य सरकार की स्थिति है। उन्होंने कहा कि बड़ीसादड़ी विधायक गौतम तक को इतना बड़ा पद मिला है, लेकिन उन्हें तो डेयरी चेयरमैन बनने का शौक है। मैं तो उन्हें सलाह देता हूं कि आप पैसे दे दो और जहां भी नजदीकी डेयरी है, वहां दूध देंवे क्योंकि डेयरी में चुनाव तो आप लड़ नहीं सकते। दूध देकर रजिस्टर्ड मतदाता बनें और अगला चुनाव लड़ें, ताकि आप डेयरी का चेयरमैन बन सकें। चुनाव में हम आपका सहयोग करेंगे क्योंकि मंत्री पद आपको रास नहीं आ रहा है। मंत्री से ज्यादा उनको चेयरमैन बनने पर दिलचस्पी है। तीन महीने से नहीं मिला किसी को पेमेंट डेयरी चेयरमैन जाट ने कहा कि अगर मैं डेयरी की बात करूं तो डेयरी के जरिए चित्तौड़गढ़ के किसानों से दुश्मनी निकाली जा रही है। राज्य सरकार की अनुदान योजना जो गहलोत सरकार ने दो रुपए से बढ़ा कर पांच रुपए कर दी थी। भजनलाल शर्मा ने यह योजना बंद तो नहीं की, लेकिन समय पर पैसा भी नहीं दे रहे हैं। सभी समूह के बाद चित्तौड़गढ़ में तीन-तीन महीने से पेमेंट नहीं मिल पा रहा है। सहकारिता मंत्री की ओर से चित्तौड़गढ़ के किसानों को यह अच्छा तोहफा मिला है। किसानों की संस्था को बनाया पॉलिटिकल संस्था उन्होंने कहा कि राजस्थान से यहां (डेयरी में) कोई भी MD बनने को तैयार नहीं है क्योंकि मंत्री जी सबको धमकाते हैं कि वह जो कहेंगे, MD को करना पड़ेगा। 85 बीएमसी अशोक गहलोत के सरकार के समय स्वीकृत करवाई थी। राज्य सरकार के नियम अनुसार एक बीएमसी खोलने में मिनिमम 2 किलोमीटर का डिस्टेंस होना चाहिए और जिस समिति को बीएमसी बनाया जाना है, उसे 500 लीटर दूध रोजाना लिया जाने का नियम है। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्री गौतम दक ने पुरानी समितियां हटाने के लिए किसानों की संस्था को पॉलिटिकल संस्था बना दिया है। मेरा मानना है की डेयरी सिर्फ किसानों की संस्था होनी चाहिए ना की पॉलिटिकल संस्था होना चाहिए। पूर्व डेयरी चेयरमैन ने बोला झूठ डेयरी चेयरमैन जाट ने कहा कि पूर्व डेयरी चेयरमैन और पूर्व कपासन विधायक बद्रीलाल जाट (सिंहपुर) पर भी आरोप लगाया है। बद्रीलाल जाट (सिंहपुर) इस समय भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष हैं। डेयरी अध्यक्ष बद्रीलाल जाट जगपुरा ने कहा कि राज्यपाल के सामने ही पूर्व डेयरी चेयरमैन ने बहुत बड़ा झूठ बोला है। उन्होंने कहा है कि जब वह डेयरी में अध्यक्ष थे तो 3 लाख लीटर दूध का प्रोडक्शन हुए करता था। चित्तौड़गढ़ डेयरी जब से बनी है तब से कभी भी 3 लाख लीटर दूध हुआ ही नहीं। उनके कार्यकाल के समय मैक्सिमम 1 लाख 54 हजार लीटर दूध हाईएस्ट गया था। दिसंबर 2023 से पहले डायरी में 2 लाख 25 हजार लीटर से ऊपर दूध का प्रोडक्शन हो रहा था लेकिन राज्य सरकार बदली तो अब डेयरी में 1 लाख लीटर के आसपास दूध का प्रोडक्शन हो रहा है।
