ट्रेन में मदद के बहाने ज्वेलरी चुराते थे, 8 गिरफ्तार:जोधपुर GRP ने पकड़ी यूपी-उत्तराखंड की गैंग; महिलाएं थीं सॉफ्ट टारगेट

ट्रेन में मदद के बहाने ज्वेलरी-कैश चुराने वाली गैंग के 8 मेंबर को जोधपुर GRP ने गिरफ्तार किया है। ये गैंग सफर के दौरान महिलाओं को टारगेट करती थी। पकड़े गए लोग उत्तरप्रदेश-उत्तराखंड की गैंग के शातिर सदस्य हैं। जोधपुर जीआरपी ने गैंग को लेकर कई खुलासे किए हैं। जीआरपी थाना जोधपुर के अधीक्षक अभिजीत सिंह ने बताया- ट्रेन से सामान चुराने के लिए गैंग के लोग यात्री बनकर जनरल कोच में सफर करते थे। इस दौरान कोई महिला यात्री आती तो सीट से उठकर उसे बैठने के लिए कहते थे। बाकी सदस्य बातों में उलझाकर महिला के बैग से गहने-कीमती सामान निकालकर स्टेशन से उतर जाते थे। अपने राज्य में वापस जाकर गैंग के मेंबर सामान आपस में बांट लेते थे। पूछताछ में कई राज्यों में की गई वारदातों का खुलासा हो सकता है। सोजत की रहने वाली महिला का चुराया था सामान अभिजीत सिंह ने बताया- पाली के सोजत रोड निवासी कंचन देवी (52) पत्नी पुखराज पालीवाल के गहने 11 दिसंबर को ट्रेन से चोरी हो गए थे। कंचन ने जोधपुर जीआरपी थाने में 13 दिसंबर को मामला दर्ज करवाया। पीड़ित महिला ने बताया कि वह 11 दिसंबर को अपने भांजे की पत्नी हेमा के साथ जोधपुर-इंदौर पैसेंजर ट्रेन में जनरल टिकट लेकर सुबह 8 बजे जोधपुर रेलवे स्टेशन से सोजत रोड के लिए रवाना हुई थी। एक बैग में सोने के गहने थे। गहनों में तिमणिया (60 ग्राम), बाजूबंद (33 ग्राम), कंठी (16 ग्राम), बोरसेट (33 ग्राम) और कान के झुमके (22 ग्राम) थे। गहनों का कुल वजन 164 ग्राम था। बैग कंचन ने बैग को सीट के नीचे रखा था। सोजत रोड रेलवे स्टेशन पर उतरकर बैग देखा तो गहने नहीं मिले। पुलिस को कंचन ने बताया- जब मैं जोधपुर स्टेशन से ट्रेन से रवाना हुई। तब कुछ लड़के कोच में आकर बैठे थे। उनमें से एक-दो लोग मेरी सीट के नीचे रखे बैग को पैरों से इधर-उधर कर रहे थे। लड़के बासनी स्टेशन आने पर अचानक उठकर चले गए। इसके बाद मैंने बैग अपने पास रख लिया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस टीम का गठन कर अलग-अलग रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज चेक किए। हुलिए के आधार पर बदमाशों को पकड़ा। गैंग जनरल कोच में होती थी सवार अभिजीत सिंह ने बताया- गैंग के निशाने पर महिला यात्री होती थीं। गैंग के 8-9 लोग एक सात ट्रेन के जनरल कोच में सवार होते। वे सीट रोककर बैठ जाते थे। कोच में कोई महिला आती तो उसे सीट देते। महिला अपना बैग सीट के नीचे रखती तो मौका मिलने पर एक मेंबर उसे दूसरे मेंबर के पास खिसका देता था। गैंग का मुखिया खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा होता। वह बैग की तलाशी लेता। इस दौरान बाकी सदस्य महिला को बातों में उलझाकर रखते। गैंग का मुखिया बैग से सोने के जेवरात निकालकर बैग को वापस महिला के पास लाकर रख देता। चोरी के बाद सभी अगले स्टेशन पर उतर जाते थे। इन 8 अरोपियों को किया गिरफ्तार 1. मारुफ अली (66) पुत्र एवज अली निवासी जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश
2. गम्भीर सिंह चौधरी उर्फ नागराज (50) पुत्र जसबहार सिंह निवासी जिला हापुड़ उत्तरप्रदेश
3. इकबाल अहमद अंसारी (53) पुत्र हबीब अहमद अंसारी निवासी जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश
4. नौशाद उर्फ गुड्डु (44) पुत्र जिलानी उर्फ राव जिलानी निवासी जिला हरिद्वार उतराखंड
5. महावीर सिंह (35) पुत्र रामगोपाल निवासी जिला अलीगढ़ उत्तरप्रदेश।
6. अनिल कुमार (28) पुत्र मुकेश कुमार निवासी जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
7. शरीफ रहमान (52) पुत्र जील्लू रहमान निवासी जिला हरिद्वार उत्तराखंड
8. वसीम अहमद खान (42) पुत्र रशीद निवासी जिला हरिद्वार उत्तराखंड बदमाशों को पकड़ने के लिए रेलवे पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक भूपेंद्र साहु के निर्देश पर जीआरपी थाना जोधपुर के अधीक्षक अभिजीत सिंह, और उप अधीक्षक संदीप सिंह के सुपरविजन में इंस्पेक्टर भवंरलाल के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में सुभाषचंद्र हेड कॉन्स्टेबल, दीपेन्द्रपाल सिंह हेड कॉन्स्टेबल साइबर सेल, रिडमल सिंह कॉन्स्टेबल , मोहनलाल कॉन्स्टेबल , राजूराम कॉन्स्टेबल, महिराम हेड कॉन्स्टेबल शामिल रहे।