डूंगरपुर| व्यावसायिक शिक्षा योजनांतर्गत जिले में विभिन्न ट्रेड मे लगे प्रशिक्षकों को मानदेय के लिए परेशान होना पड़ रहा है। व्यवसायिक शिक्षा की हॉस्पिटैलिटी कम्पनी के बाद एक और कंपनी माइंड लीडर्स लर्निंग इंडिया प्रा. लि.से लगे प्रशिक्षक पिछले 6 माह से वेतन नहीं मिलने को लेकर परेशान हो रहे हैं। इस कंपनी से जिले के दो ट्रेड इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर एवं टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी से 34 व्यवसायिक प्रशिक्षक कार्यरत है। इसमें कई शिक्षक ऐसे भी जिन्हें हब स्कूल के साथ साथ स्पोक में भी अपनी सेवाएं देनी पड़ती है। इसमें प्रशिक्षक के 6 माह का वेतन और स्पोक विद्यालय का 23 माह से वेतन नहीं दिया गया है, जो 50 लाख रुपये के लगभग है। सूत्रों के अनुसार जब प्रशिक्षक कंपनी को वेतन के लिए फ़ोन करता है तो कम्पनी वाले उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करते है एवं वेतन मांगने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाने की बात करते है। वेतन की समस्या को लेकर एडीपीसी विभाग के अधिकारी को भी अवगत करवाया गया है लेकिन विभाग का कहना है कंपनी ने नियोजित किया है तो कंपनी वेतन देकर पुनर्भरण की पत्रावली समय से प्राप्त नहीं हो रही है संबंधित कंपनी के कॉर्डिनेटर मयंक पाटीदार ने बताया कि कंपनी वाले अगले सप्ताह में मानदेय की कार्यवाही पूरी कर देंगे, ऐसे निर्देश कंपनी से प्राप्त हुए है।