जयपुर में नेशनल व्हील-चेयर क्रिकेट टूर्नामेंट,गंदगी देख भड़कीं सांसद शर्मा:अव्यवस्था देख बोलीं- ट्रांसफर करवा दूंगी; आयोजकों ने की थी शिकायत

राजधानी जयपुर के चौगान स्टेडियम में शनिवार को नेशनल व्हील चेयर क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हो गया। जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा ने टूर्नामेंट की शुरुआत की। इसी दौरान आयोजकों ने स्टेडियम में फैली गंदगी और अव्यवस्थाओं को लेकर सांसद मंजू शर्मा से शिकायत की। जब उन्होंने वहां की व्यवस्था देखी तो नाराज हो गई। इस पर वे भड़क गई और अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए ट्रांसफर करवाने तक का कह दिया। इधर, पहले मुकाबले में उत्तर प्रदेश की टीम ने राजस्थान को करारी शिकस्त दी। इस दौरान चौगान स्टेडियम की अव्यवस्थाओं को देख खिलाड़ियों और आयोजकों ने सांसद मंजू शर्मा से शिकायत की। जिस पर नाराजगी जाहिर कर सांसद मंजू शर्मा ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। स्टेडियम में जगह-जगह गंदगी, टॉयलेट भी टूटे मिले दरअसल, चौगान स्टेडियम में मैच के दौरान पूरे ग्राउंड में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ था। वहीं टॉयलेट भी पूरी तरह से टूटे हुए हैं। इसकी वजह से कोई भी व्यक्ति स्टेडियम में वॉशरूम तक नहीं जा पा रहा था। इसके साथ ही स्टेडियम में जगह-जगह कबाड़ पड़ा हुआ था। दीवारें जर्जर होकर टूट रही हैं। जिसे देख सांसद ने खेल विभाग के सचिव नीरज कुमार पवन को फोन कर बदहाल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के आदेश दिए। मंजू शर्मा ने बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को सुधार के आदेश दिए हैं। कहा, मुझे उम्मीद है जल्द ही इस व्यवस्था में सुधार हो जाएगा। लेकिन अगर समय रहते ऐसा नहीं हुआ तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। भारतीय व्हील चेयर क्रिकेट टीम के सदस्य कबीर सिंह ने कहा कि जयपुर में खिलाड़ियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं तक नहीं है। जो व्हीलचेयर यूजर्स हैं, वे स्टेडियम में हर जगह तक पहुंचने में भी नाकामयाब है। जिसकी वजह से हमें वॉशरूम तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिर्फ व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी ही नहीं बल्कि, जो उम्रदराज लोग व्हील चेयर पर हैं। वे भी यहां पर शौचालय का उपयोग नहीं कर सकते हैं। ऐसे में काफी खिलाड़ी तो टॉयलेट रोक कर खेल रहे हैं। जबकि कुछ देसी जुगाड़ कर खुद को स्वच्छ और फिट रखने की कोशिश में टूटे हुए हैं। हम चाहते हैं कि यहां पर दिव्यांग खिलाड़ियों के शौचालय जाने की भी व्यवस्था की जाए। खिलाड़ी बोले- बिना रैंप के टाॅयलेट, हमें परेशानी होगी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे मध्यप्रदेश के धर्मवीर सिंह ने बताया कि यहां आने के बाद चला कि खिलाड़ियों के शौचालय जाने तक की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि यहां बड़ी संख्या में दिव्यांग खिलाड़ी पहुंचे हैं। ऐसे में बिना रैंप के हम जैसे खिलाड़ी शौचालय जाने में सक्षम नहीं है। ऐसे में न सिर्फ नगर निगम और खेल विभाग बल्कि, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी इस विषय पर संज्ञान लेते हुए दिव्यांग खिलाड़ियों और दिव्यांग लोगों के बारे में सोचना चाहिए। जयपुर में टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे मध्यप्रदेश के खिलाड़ी जंडेल सिंह धाकड़ बिना व्हीलचेयर के वॉशरूम नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम बैठकर भी जाएं तो वॉशरूम के हालात बहुत खराब हैं। जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। यहां तक की ग्राउंड में भी साफ-सफाई नहीं है। जिसकी वजह से खिलाड़ियों को चोट लगने की संभावना है। क्योंकि दिव्यांग खिलाड़ी कई बार ग्राउंड पर हाथ भी रखते हैं। पहले दिन उत्तर प्रदेश ने मारी बाजी टूर्नामेंट के पहले दिन खेलने उतरी उत्तर प्रदेश की टीम ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। इसके बाद बैटिंग करने उतरी राजस्थान टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शुरुआती तीन ओवर में ही राजस्थान के दो विकेट गिर गए। इसके बाद 15 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर राजस्थान की टीम महज 113 रन ही बना पाई। जिसका पीछा करने उतरी उत्तर प्रदेश की टीम ने सिर्फ 13.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की ओर से राजा बाबू शर्मा ने धुआंधार पारी खेलते हुए महज 41 गेंदों में शानदार 82 रन बनाते हुए धुंआधार पारी खेली। राजा बाबू ने 17 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्हें मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। बता दें कि जयपुर के चौगान स्टेडियम में आज से 2 दिन तक चलने वाले नेशनल व्हील चेयर क्रिकेट टूर्नामेंट में राजस्थान, मध्यप्रदेश और उतरप्रदेश के 40 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं । इस टूर्नामेंट में कुल 7 मैच खेले जाएंगे। जिसमें 6 मैच नॉक-आउट कैटेगरी के होंगे। जबकि एक फाइनल मैच होगा।