गणगौर महोत्सव में दिखी राजस्थानी लोक कला:गिंदड़ और चंग नृत्य से गूंजा मनोरंजन क्लब, जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत

चूरू में संवाद संस्थान द्वारा आयोजित गणगौर महोत्सव ने लोगों को राजस्थानी संस्कृति से रूबरू कराया। जिला मनोरंजन क्लब में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत विधायक हरलाल सहारण, जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा और पूर्व सभापति गोविंद महनसरिया ने की। कार्यक्रम की शुरुआत गोपाल पारीक के वंदेमातरम से हुई। विजयलक्ष्मी के लोक गीतों ने समां बांध दिया। जिला मनोरंजन क्लब की युवा टीम ने गिंदड़ नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पाबूसर की ढ़प मण्डली के कलाकारों ने धमाल गायकी के साथ चंग नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में गोपाल पारीक, नीरज गौड़, कुलदीप शर्मा और निरंजन सैन ने ‘गीता आ तो सुरगा नै सरमावै’ गीत प्रस्तुत किया। देव रमण ने ‘धरती धोरा री’ की प्रस्तुति दी। योगेश गौड़, महेश मिश्रा, सुरेन्द्र बावलिया, बाबू पाटील, कालू महर्षि, रचना कोठारी, वीणा शर्मा, गुरुदास भारती और राजीव बहड़ ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन आर्किटेक्ट अनुराग शर्मा और रवि दाधीच ने किया।