खुले में कचरा फेंकने वालों से 8.62 लाख का जुर्माना वसूला

जयपुर | स्वच्छता सर्वेक्षण-24 के लिए अलर्ट मोड पर आए नगर निगम ग्रेटर के सभी जोन उपायुक्त एवं जोन ओआईसी ने सफाई व्यवस्थाओं का अपने-अपने क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान लोगों को सूखा व गीले कचरे अलग-अलग करने के लिए समझाइश भी की। यह निरीक्षण आयुक्त रुक्मणि रियाड़ के निर्देश पर किया गया। इस दौरान मानसरोवर जोन के वार्ड-75 व 76 के निरीक्षण में तीन सफाई कर्मचारी बिना सूचना के अवकाश पर पाए गए। साथ ही खुले में कचरा फेंकते मिले एक व्यक्ति से जुर्माना भी वसूला गया। सभी जोन उपायुक्तों और जोन ओआईसी ने स्वच्छता सर्वेक्षण के सभी मापदंडों के अनुसार सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इसमें सफाई कर्मचारियों की हा​जिरी, ओपन कचरा डिपो की स्थिति, दुकानों के बाहर हरे व नीले रंग के डस्टबिन की स्थिति, स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत चयनित सीटीयू पॉइंट्स की मॉनिटरिंग, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सीएनडी वेस्ट आदि का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पाई गईं कमियों को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए गए। ग्रेटर निगम ने गत वर्ष नवंबर से अब तक गंदगी फैलाने वाले 232 लोगों से 8.62 लाख का जुर्माना वसूल किया है। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वाले 205 लोगों से 1.69 लाख और बिना ग्रीन नेट निर्माणाधीन भवनों के 95 दोषियों से 1.41 लाख, सीएनडी वेस्ट डालने वालों से 49400 रुपए वसूल किए हैं। इस तरह कुल 12.22 लाख रुपए का जुर्माना वसूल किया।