प्रभु यीशु के जन्म का पर्व क्रिसमस बुधवार को हर्षोउल्लास के साथ के साथ मनाया गया। क्रिसमस के मौके पर जयपुर शहर के चर्च और गिरजाघर में आकर्षक रोशनी और सजावट की गई।वही क्रिसमस की पूर्व संध्या पर चर्च और गिरजाघरों में मिडनाइट आराधना आयोजन किया गया। आज सुबह शहर के 50 से अधिक गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया। चांदपोल स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च में भी विशेष आराधना का आयोजन किया गया। लोगों ने बाइबिल पाठ के साथ सुख समृद्धि सहित विश्व में अमन चैन के लिए प्रार्थना की। पादरी ने युवाओं को प्रभु यीशु के संदेशों के आत्मसात करने का आह्वान किया। चर्च में प्रभु यीशु के जन्म की झांकियों सजाई गई। बच्चों ने कैरल्स गाकर पर्व की खुशियां मनाई गई। घरों में क्रिसमस ट्री, रंग-बिरंगी फर्रिया, स्टार सांता क्लॉज आदि से सजावट कर पर्व की खुशियां मनाई गई।सभी लोग एक दूसरे को क्रिसमस पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी।,, लोगों ने प्रभु यीशु को याद कर एक-दूसरे को केक खिलाकर क्रिसमस की बधाई दी। गिरजाघरों में यीशु के जन्म को दर्शाती हुई झांकियां सजाई गई और विशेष प्रार्थना सभाओं का भी आयोजन किया गया। बाइबिल पाठ के साथ सुख-समृद्धि सहित विश्व में अमन चैन के लिए प्रार्थना की गई। सेंट एंड्रयूज चर्च के प्रेस्बिटर इंचार्ज अनिल कोटेट ने बताया कि क्रिसमस के त्योहार से जुड़ी कई परंपराएं खास है। प्रभु यीशु के सामने मोमबत्तियां जलाकर लोग उनसे जीवन में प्रकाश की कामना करते हैं। विभिन्न रंगों की मोमबत्तियां जलाने से जीवन में खुशियां और सफलता आती हैं। प्रभु के जन्मोत्सव की खुशी में घंटियां बजाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और उन घंटियों की आवाज से उमंग पैदा होती है। खुशियां बांटने के लिए केक बांटा जाता है। मिठाई के रूप में केक खाने से तनाव और अवसाद खत्म होता है और खुशी मिलती है। उन्होंन बताया- क्रिसमस मनाने के लिए ईसाई धर्म अभिलंबियों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी गिरजाघरों में पहुंचे।
