भास्कर न्यूज | भीलवाड़ा जिले के नए कलेक्टर जसमीतसिंह संधु से मिलने के लिए अब किसी को पर्ची देने या विशेष अपॉइटमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे जब तक कलेक्ट्रेट में मौजूद रहेंगे तब सभी आमजन से सामान्य रूप से मुलाकात करेंगे। उन्होंने ज्वॉइन करने के बाद कलेक्टर चैंबर का दरवाजा भी खुलवा दिया है। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिले में दूर-दूराज से आने वाले लोगों को इंतजार नहीं करना पड़े और उनकी सुनवाई तुरंत हो सके इसलिए यह फैसला लिया है। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर का भी निरीक्षण कर कर्मचारियों को निर्देशित किया कि जो भी आमजन आए उन्हें रेस्पोंस मिलना चाहिए ताकि दोबारा आने की जरूरत नहीं पड़े। साथ ही फील्ड से यदि छोटी-छोटी समस्याएं भी कलेक्टर के पास आई तो संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। कलेक्टर चैंबर का खुला दरवाजा Q : युवाओं को रोजगार को लेकर कोई प्लान है। a : राइजिंग राजस्थान में उद्योगों के विस्तार के साथ ही युवाओं को रोजगार से जोड़ेंगे। उनमें क्या प्रतिभा है, वे क्या नया काम करना चाहते हैं उसका सर्वे कराएंगे। उन्हीं से आवेदन लेंगे। ग्रामीण हाट बाजार में प्रजेंटेशन देखेंगे। मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स व अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर इन्हें रोजगार से जोड़ेंगे। Q : गांवों में कोई खास पहल जो शुरू होगी। a : ग्राम पंचायतों में कई भवन ऐसे हैं जो अनुपयोगी है। जैसे बंद हो चुके स्कूलों के भवन, सामुदायिक भवन। ऐसे भवनों को चिन्हित कर उनमें लाइब्रेरी खुलवाएंगे। इससे गांव के युवाओं को पढ़ने व तैयारी के लिए एक जगह मिल सकेगी। सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए खुद पंचायतों में जाकर सरपंचों को पढ़ाएंगे। Q : आपको कई पुरस्कार मिल चुके हैं। यहां भी कोई नवाचार करने वाले है? a : अगले महीने हम एक कांपीटिशन करेंगे। इसमें लोगों से फोटो व वीडियो मंगवाएंगे। जैसे किसी ने घर में अच्छा प्लाटेंशन किया हो, पर्यावरण के लिए कोई नवाचार किया हो। हम उनसे फोटो/वीडियो लेकर बेस्ट एंट्रीज को अवार्ड देंगे। इससे पर्यावरण के प्रति लोग जागरुक होंगे। दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिए भीलवाड़ा में कैंपेन शुरू करेंगे। सभी दिव्यांगजनों का डाटा तैयार करेंगे और उन्हें योजनाओं से जोड़ेंगे।
