पाली में कमरे में दंपती की डेडबॉडी मिली। बेटा लगातार कॉल कर रहा था। जब फोन नहीं उठाया तो वह घर पहुंचा। वहां माता-पिता अचेत मिले। पुलिस का कहना है कि कमरे में वे अंगीठी जलाकर सोये थे, हो सकता है दम घुटने से मौत हुई हो। बेटे का कहना है कि उसी कमरे में एक रिश्तेदार भी था, उसे कुछ नहीं हुआ। मामला शहर के रामलीला मैदान इलाके में शहीद नगर का है। रविवार सुबह 8 बजे पति-पत्नी के शव मिले। कोतवाली थाना इंचार्ज किशोर सिंह ने बताया- शहर के शहीद नगर कॉलोनी के मकान में कमरे में घेवरदास (53) पुत्र लक्ष्मी दास और उनकी पत्नी इंद्रा देवी (48) मृत मिले। अंगीठी के धुआं से दम घुटने के कारण मौत की आशंका है। परिवार ने मौत के कारण की जांच की मांग की है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ होगी। बेटा बोला- फोन नहीं उठाया तो घर पहुंचा घेवरदास के बेटे प्रकाश ने बताया- मम्मी पापा को मैंने सुबह 8 बजे कॉल किया। कई कॉल करने पर भी फोन नहीं उठाया तो मैं घर पहुंचा। मैं उसी इलाके में दूसरे मकान में रहता हूं। सुबह 8 बजे घर पहुंचकर मैंने दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला। मैंने ऊपर जाकर दूसरा दरवाजा खटखटाया। उसी कमरे में रिश्तेदारी में मामा लगने वाले सुंदरदास भी सो रहे थे। उन्होंने दरवाजा खोला। मम्मी-पापा को जगाया लेकिन वे अचेत थे। मैंने मामा को उठाया। उन्हें बताया कि मम्मी पापा जाग नहीं रहे हैं तो वे बोले कि दोनों सो रहे होंगे। दोनों को बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ‘कमरे में सिगड़ी जलाई तो मामा को कुछ क्यों नहीं हुआ’ प्रकाश ने कहा- पुलिस का कहना है कि कमरे में सिगड़ी जलाकर सोये थे, उसी के धुआं से मौत होने की आशंका है। लेकिन उसी कमरे में मामा थे। उन्हें कुछ भी नहीं हुआ। कमरे में सिगड़ी थी लेकिन वह जल नहीं रही थी। पता नहीं उन्होंने रात में सिगड़ी जलाई थी या नहीं जलाई थी। मौत की असली वजह सामने आनी चाहिए। पुलिस अब दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाएगी। शवो को मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। प्रकाश ने बताया- शनिवार को कमरे में मम्मी पापा और मामा सोये थे। पड़ोसी बोला- रिश्तेदार घबराया, कमरे में तंत्र-मंत्र का सामान पड़ोसी उम्मेदराम ने बताया- सुबह घेवरदास का बेटा प्रकाश आया था। उसने गेट खुलवाने के लिए खटखटाया लेकिन रिश्तेदार ने गेट नहीं खोला। तब प्रकाश मकान की छत पर गया और लोहे का जाल हटाने की कोशिश की तब रिश्तेदार ने गेट खोला। अंदर तीन लोग थे। घेवरदास और इंद्रा मृत हालत में मिले। रिश्तेदार घबराया हुआ था। कमरे में नीबूं, पानी का लोटा, अगरबत्ती, काली डोरी, मोली और परात में सिंदूर पड़ा था।
