अमृता-मेले में हस्तनिर्मित उत्पादों की 3.78 लाख रुपए की खरीददारी:मिट्‌टी बर्तन, पट्‌टू, मूंग पापड़, कशीदाकारी, केर, सांगरी, कुमठिया से सजा मेला

बाड़मेर हाई स्कूल मैदान में पांच दिवसीय अमृता हाट मेले में लोग हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीददारी कर रहे है। तीन दिनों में अब तक 3.78 लाख रुपए की खरीददारी हो चुकी है। यहां पर 50 से ज्यादा अलग-अलग वैरायटी की स्टॉल लगाई गई है। स्टॉल राज्य की विभिन्न जिलों से आए महिला स्वय सहायता समूहों की ओर से लगाई गई है। वहीं मेले में फ्री हेल्थ चैकअप भी किया जा रहा है। दरअसल, महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए यह अमृता हाट मेला आयोजित किया जा रहा है। यह प्रदेश के 15 जिलों में आयोजित किया जा रहा है। बाड़मेर में अमृता हाल मेले का अवलोकन महिला एवं अधिकारिता शासन सचिव महेंद्र सोनी कर चुके है। दूसरे दिन तक की बिकी राशि दो लाख सितयासी हजार दौ सौ पचास रुपए थी, वहीं तीसरे दिन तीसरे दिन तक की बिक्री राशि तीन लाख अठहतर हजार चार सौ रुपए की हुई। महिला अधिकारिता बाड़मेर के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने बताया कि अमृता हाट मेले में महिला स्वयं सहायता समूहों के तीसरेे दिन तक की बिक्री राशि तीन लाख अठहतर हजार चार सौ रुपए की हुई। लोग स्वयं सहायता समूह की अवधारणा समझी जा रही है। उन्होंने बताया कि मेले में चिकित्सा विभाग की ओर से फ्री ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि की जांच की जा रही है। उन्होंने लोगों से मेले में अधिकाधिक भाग लेने का आहवान किया। शहर के कई गणमान्य लोगों द्वारा मेले का भ्रमण किया जा रहा है। मेला आयोजन में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर परिषद, चिकित्सा विभाग द्वारा भरपुर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। विभाग के प्रचेता एवं समस्त कर्मचारीगण मुस्तैदी के साथ अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे है। देशी उत्पादों से सजा है मेला मेले में राज्य के विभिन्न जिलों से आये हुए स्वयं सहायता समूहों के उच्च गुणवत्तायुक्त व वाजिब दाम वाले उत्पादों से सजाया गया है। इसमें मिट्टी के बर्तन, गर्मपट्टू, मूंग पापड़, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेड गारमेंट, श्रृंगार का सामान, घर का साज-सज्जा का सामान, कशीदे का सामान, केर, सांगरी, कुमठिया व खाने-पीने का शुद्ध देशी सामान की लोग खरीददारी कर रहे है।